अब लोगों को पता चल गया है कि गोल्ड बॉन्ड कितना फायदेमंद है। पहले हम इसका फिजिकल गोल्ड से कंपेरिजन करके बताते थे कि ये कैसे बेहतर है। लेकिन अब हम कह सकते हैं कि ये शेयर बाजार के टक्कर का रिटर्न देता है और रिस्क उससे कम है। इतना ही नहीं इससे जो फायदा होता है उस पर कोई टैक्स नहीं लगता है जबकि शेयर हो या फिजिकल गोल्ड इनसे होने वाले फायदे पर कैपिटल गेन्स टैक्स लगता है।
गोल्ड बॉन्ड का इश्यू आजकल साल में चार बार आता है। और केवल एक हफ्ते के लिए खुलता है इसलिए आपको थोड़ा ध्यान देना होगा। आइए पहले देख लेते हैं कि फरवरी 2024 के गोल्ड बॉन्ड की खास बातें क्या हैं और उसके बाद हम आपको इसके फायदे बताएंगे और इससे कितना रिटर्न मिल सकता है ये भी कैलकुलेट करके बताएंगे।
गोल्ड बॉन्ड फरवरी 2024 इश्यू का डिटेल
- 2024 का पहला gold bond issue सोमवार 12 फरवरी को खुल रहा है। और आप इसमें शुक्रवार 16 फरवरी तक पैसा लगा सकते हैं
- आपको इस bond का कम से कम एक यूनिट खरीदना होगा। एक यूनिट की कीमत एक ग्राम सोने के बराबर होती है।
- फरवरी 2024 के इश्यू का भाव पिछले तीन दिन के गोल्ड के रेट से तय होती है। इसके लिए आप IBJA की वेबसाइट पर जा सकते हैं। और वहां चेक करके देखिए । 7,8 और 9 फरवरी को 999-प्योरिटी का गोल्ड का जो भी PM Price यानी बंद होने का भाव होगा उसे नोट कर लीजिए।
- अब तीन दिनों के भाव एवरेज निकाल लीजिए। मतलब तीनों दिन के भाव को जोड़कर तीन से डिवाइड कर दीजिए। जो भाव आएगा वही गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस होगा। इस gold bond में अगर आप online invest करेंगे तो हर यूनिट पर पचास रुपए की छूट भी मिलेगी।
- गोल्ड बॉन्ड का कम से कम यूनिट खरीदना होता है। और इसके यूनिट का भाव सोने के एक ग्राम के भाव के बराबर होता है। आप साल भर में gold bond की अधिकतम 4000 यूनिट खरीद सकते हैं
- ये फरवरी 2024 का gold bond 21 फरवरी को issue किया जाएगा। इसका certificate उसी दिन या अगले दिन आपके ईमेल account में जाएगा।
- ये gold bond 21 फरवरी 2032 को mature होगा। maturity वाले दिन आपके एक gold bond यूनिट के बदले उस समय एक ग्राम सोने का जो भाव होगा उसे दिया जाएगा।
- gold bond को आप किसी भी बड़े bank से खरीद सकते हैं। बैंक online निवेश की फैसलिटी भी देते हैं। इसके अलावा ये पोस्ट ऑफिस से भी मिल जाएगा।
- स्टॉक ब्रोकर भी gold bond की सुविधा देते हैं। यहां पर आप online और ऑफलाइन दोनों तरीके से payment कर सकते हैं।
- gold bond को आप डीमैट फॉर्म में अपने डीमैट account में भी रख सकते हैं। डीमैट फॉर्म में होने से आप बाद में इसे बेच भी सकते हैं।
गोल्ड बॉन्ड से ब्याज का फायदा
gold bond का भाव gold से ही link होता है। यानी सोना का भाव जितना चढ़ेगा उतना ही gold bond की value भी बढ़ जाएगी। इस तरह gold bond investment से वही return मिलता है जो फिजिकल gold में investment से मिलता है।
लेकिन gold bond में extra इंट्रेस्ट income भी होती है। इस bond को सोने से ज्यादा आकर्षक बनाने के लिए सरकार 2.5% सालाना का ब्याज देती है। इस इंट्रेस्ट income की वजह से gold bond से बेहतरीन फायदा होता है। ये ब्याज साल में दो बार सीधे आपके bank account में आ जाता है।
कोई कैपिटल गेन्स tax नहीं
gold bond को tax में भी बढ़िया छूट दी गई है। आठ साल बाद gold bond mature होने पर जो पैसा मिलता है उस पर tax का कोई चक्कर नहीं होता है। gold bond से होने वाले फायदे पर कोई कैपिटल गेन्स tax नहीं लगता है।
वहीं अगर आप सोना, share, म्यूचुअल फंड या प्रॉपर्टी में invest करते तो 12.5% के हिसाब से कैपिटल गेन्स tax लग जाता । कैपिटल गेन्स tax में इस छूट की वजह से गोल्ड बॉन्ड का असल return और अच्छा हो जाता है।
बीच में पैसा निकालने का रास्ता
gold bond में पैसा लगाने से पहले लोगों को इस बात की चिंता होती है कि अगर बीच में पैसे की जरूरत पड़ी तो कैसे मिलेगा। क्योंकि bond तो आठ साल में mature होता है। तो इसको लेकर चिंता की जरूरत नहीं है।
बीच में gold bond कै पैसा निकालने के दो रास्ते हैं। पहले रास्ते में आप पांच साल के बाद पैसा निकाल सकते हैं। सरकार ने gold bond में ये छूट दी है। और खुद सरकार गोल्ड बॉन्ड के बदले पैसे देगी।
दूसरे रास्ते से पैसा निकालने के लिए आपको gold bond को बाजार में बेचना होगा। यानी इस रास्ते में पैसा सरकार नहीं देगी। बल्कि जो इन्वेस्टर gold bond खरीदेगा वो पैसे देगा।
bond market में gold bond की ट्रेडिंग होती है वहां आप अपने gold bond खरीद और बेच सकते हैं। gold bond की ट्रेडिंग के लिए डीमैट account होना जरूरी है। शेयर ब्रोकर बॉन्ड ट्रेडिंग की सुविधा भी देते हैं। इसके अलावा आप आरबीआई के रिटेल बॉन्ड ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का भी यूज कर सकते हैं।
कोई मेंटेनेंस charge नहीं
gold bond के इस फायदे की अक्सर चर्चा नहीं होती है। दोस्तों जब हम सोना खरीदते हैं तो उसकी सेफ्टी को लेकर बहुत चिंतित होते हैं। डर होता है कि कहीं हमारा सोना कोई चुरा ना ले। और इसीलिए बहुत से लोग अपने सोने को लॉकर में भी रखते हैं।
लेकिन लॉकर में सामान रखना सस्ता नहीं है। पहला तो bank आमतौर पर लॉकर की फैसेलिटी उन्ही को देते हैं जिनका bank में fixed deposit होता है और दूसरा लॉकर के charges भी 3 हजार रुपए सालाना से शुरू होते हैं।
गोल्ड बॉन्ड से बढ़िया रिटर्न
आइए अब देख लेते हैं कि गोल्ड बॉन्ड कैसे शेयर बाजार के टक्कर का रिटर्न देता है। इसके लिए हम गोल्ड बॉन्ड के पिछले रिटर्न को कैलकुलेट करके देखेंगे।
आठ साल पहले जिन लोगों ने गोल्ड बॉन्ड खरीदा था उन्हे कुछ दिन पहले ही अपना पैसा वापस मिल गया है। इन आठ सालों में सोने की कीमत 2684 रुपए प्रति ग्राम से बढ़कर 6132 रुपए प्रति ग्राम हो गई है। यानी सोने की कीमत 128 प्रतिशत बढ़ गई है।
चूंकि गोल्ड बॉन्ड की कीमत भी सोने की कीमत से लिंक होती है इसलिए गोल्ड बॉन्ड की कीमत भी इसी तरह बढ़ गई है। यानी निवेशकों ने गोल्ड बॉन्ड की जिस एक यूनिट के लिए 2684 रुपए जमा किया था उसके बदले 6132 रुपए मिले हैं। इस तरह उनका पैसा भी 128% बढ़ गया है।
अगर इसका हम सालाना रिटर्न निकलें तो 10.9% प्रतिशत होता है। यानी गोल्ड या गोल्ड बॉन्ड दोनों को बेचने से सालाना करीब 11 परसेंट का रिटर्न मिला है ।
लेकिन दोस्तों अभी ठहरिए। गोल्ड बॉन्ड से हर साल 2.5% का इन्ट्रेस्ट भी मिलता है। आठ साल पहले वाले इश्यू में तो इन्ट्रेस्ट रेट 2.75% था। इसलिए अगर इसका भी हिसाब में जोड़ेंगे तो सालाना रिटर्न 12.9% बैठेगा।
आइए अब गोल्ड बॉन्ड के इस रिटर्न की तुलना शेयर बाजार से करते हैं। एक दिसंबर 2015 को जब ये गोल्ड बॉन्ड इश्यू हुआ था उस समय निफ्टी-50 इंडेक्स 7955 पर बंद हुआ था। एक दिसंबर 2023 को जब गोल्ड बॉन्ड मैच्योर हुआ तो निफ्टी 50 इंडेक्स 20184 पर बंद हुआ।
इस तरह निफ्टी 50 इंडेक्स ने सालाना 12.34 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। यानी जिन लोगों ने 2015 में गोल्ड बॉन्ड में निवेश किया था उन्हे शेयर बाजार से बेहतर रिटर्न मिला है।
हालांकि यहां ये बात साफ करना जरूरी है कि पहले जिस तरह का रिटर्न मिला है वैसा आगे भी मिलेगा इसकी गारंटी नहीं होती है। सोना हो या शेयर बाजार उतार-चढ़ाव लगा रहता है।
तो दोस्तों आपने देखा कि गोल्ड बॉन्ड निवेश का कितना अच्छा ऑप्शन है। आप फिजिकल गोल्ड के बजाय इसमें निवेश करेंगे तो देश को भी फायदा होगा क्योंकि हम पूरा का पूरा गोल्ड इंपोर्ट करते हैं और इसमें हमारी कीमती मुद्रा खर्च हो जाती है।
दोस्तों अगर आप बिटिया की शादी के लिए पहले से सोना खरीदना चाहते हैं तो उसके बजाय गोल्ड बॉन्ड खरीद लीजिए। और फिर शादी के वक्त इसके बदले सोना खरीद लीजिगा। इस तरह आपको कुछ अलग से खर्च नहीं करना पड़ेगा और एक्स्ट्रा इनट्रेस्ट इनकम भी हो जाएगी।
इसके अलावा दूसरे खर्चों के लिए आप सुकन्या समृद्धि अकाउंट खुलवा सकते हैं। इसमें हर महीने ₹5000 जमा करेंगे तो मैच्योरिटी पर 27 लाख रुपए जमा हो जाएंगे। दोस्तों पोस्ट अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर कीजिए।