होमलोन लेने से पहले ये समझना जरूरी है कि आपको हर महीने कितनी EMI देनी होगी। ब्याज दर जितनी ज्यादा होगी मासिक किस्त उतनी ज्यादा होगी। ये कैलकुलेटर आपको हर जरूरी जानकारी देता है।
होमलोन कैलकुलेटर की जरूरत
होमलोन की सुविधा की वजह से आज लोग अपनी जवानी में ही घर बना लेते हैं। नहीं तो पहले लोगों घर बनाने के लिए पैसा इकट्ठा करने में ही 15-20 साल लग जाते थे। लेकिन अब होमलोन की वजह से लोग नौकरी लगते ही घर ले सकते हैं या बनवा सकते हैं।
इस होमलोन कैलकुलेटर से आपको तुरंत पता चल जाएगा कि अगर आप होमलोन लेकर घर खरीदते या बनवाते हैं तो हर महीने कितनी EMI देनी होगी। इसका पहले से पता होना जरूरी है क्योंकि होमलोन तब तक अच्छा है जब तक आपके घर का बजट ना बिगड़े।
होमलोन EMI कैलकुलेटर का इस्तेमाल कैसे करें?
होमलोन की मंथली EMI पता करने के लिए आपको तीन बातें बतानी होंगी।
- Loan Amount: कुल कतनी रकम आप होमलोन के रूप में लेना चाहते हैं
- Interest Rate: जिस बैंक या हाउस फाइनेंस कंपनी सेआप होमलोन लेना चाहते हैं। उसके होम लोन की ब्याज दर कितने प्रतिशत (%) है
- Home Loan Tenure: आप अपना होमलोन कितने वर्षों मे चुकता करने का इरादा रखते हैं।
जैसे ही आप होमलोन EMI कैलकुलेटर में, ऊपर बताई गई तीनों चीजें डाल देते हैं, । कैलकुलेटर तुरंत आपको EMI बता देता है। इसके अलावा कैलकुलटेर से कुछ और जरूरी जानकारी मिल जाती है।
- मासिक किस्त या EMI ( Monthly Installment): हर महीने आप आपको कितना पैसा होमलोन की किस्त के रूप में लौटाना होगा।
- ब्याज की कुल रकम (Total Interest payment): पूरा लोन चुकाने प्रकिया में आप कुल कितना ब्याज चुकाएंगे।
- कुल भुगतान (Total Repayment): कैलकुटेर से आपको ये भी पता चल जाएगा कि लोन लेने के बदले आप कुल कितना पैसा बैंक को वापस करेंगे।
- ब्याज बनाम लोन अमाउंट (Principal vs Interest) – इस कैलकुटेर में आप पाई चार्ट के जरिए आप कुल लोन और कुल ब्याज के बीच तुलना भी कर सकते हैं।
- अलग राशि, अलग EMI: इस कैलकुटेर के नेक्सट बटन पर टैप करने के साथ आपको कुछ और युजफुल जानकारी मिल जाएगा। इसमें हम ये भी बता रहे हैं कि कुछ अलग-अलग अमाउंट के लिए EMI कितनी होगी। इससे आपको सही अमाउंट का लोन लेने में मदद मिलेगी।
होमलोन क्या होता है? What is Home loan?
- घर या मकान खरीदने या बनवाने के लिए, बैंक या हाउसिंग लोन कंपनी से जो Loan लिया जाता है, उसे Home Loan कहते हैं।
- मकान में सुधार या मरम्मत के लिए, लिए गए लोन को भी Home loan की श्रेणी में रखा जाता है।
- घर के लिए जमीन या प्लॉट खरीदने के लिए भी जो लोन लिया जाता है। उसे भी Home Loan की श्रेणी में रखा जाता है।
- Hindi में इसे गृह ऋण कहा जाता है और उर्दू में इसके लिए घर के लिए लिए लिया गया कर्ज कहा जाता है।
होमलोन कहां से मिलता है? From where to get Home loan
भारत में बैंक और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां होमलोन देती हैं। नीचे हमने कुछ ऐसे बैंकों के नाम दिए हैं।
- भारतीय स्टेट बैंक
- बैंक ऑफ बड़ौदा
- पंजाब नशनल बैंक
- यूनियन बैंक
- इंडियन बैंक
- बैंक ऑफ इंडिया
- सेंट्रल बैंक
- HDFC बैंक
- ICICI बैंक
- Axis Bank
- कोटक महिन्द्रा बैंक
- Indusind Bank
- IDFC first Bank वगैरह
इसी प्रकार, देश में बहुत सी हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां भी हैं जो लोगो को होम लोन देती हैं। कुछ जानी मानी हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों के नाम इस प्रकार हैं। –
- HDFC Housing finance (अब इसका विलय HDFC बैंक में ही कर दिया गया है।
- ICICI Home Finance Company Limited (ICICI बैंक की सहायक कंपनी)
- LIC हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड
- इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड
- L&T हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड
- IIFL हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड
- GIC हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड
- Tata Capital हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड
- सुन्दरम होम फाइनेंस लिमिटेड
आमतौर पर हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों से होमलोन आसानी से मिल जाता है लेकिन वहां ब्याज दर ज्यादा होता है।
होमलोन कितने प्रकार के होते हैं?
घर बनवाने या खरीदने या सुधरवाने के लिए अलग-अलग तरह के होमलोन होते हैं। नीचे हमने बताया है कि होमलोन कितने तरह का होता है।
घर खरीदने के लिए लोन | Home Purchase loan |
घर बनवाने के लिए लोन | Home Construction loan |
घर के लिए जमीन खरीदने के लिए लोन | Land Purchase loan |
घर की मरम्मत के लिए लोन | Home Improvement loan |
घर में कुछ नया निर्माण या विस्तार करने के लिए होमलोन | Home extension loan |
पुराने लोन में अतिरिक्त लोन जुड़वाने के लिए लोन | Top up Home loan |
लोन कम पड़ने पर छोटा होमलोन जुड़वाना | Bridge Home loan |
जमीन खरीदने +घर बनवाने का एक साथ लोन | Composite Home loan |
होम लोन की ब्याज दर कितनी होती है?
आपको मिलने वाले होम लोन की ब्याज दर कितनी होगी, यह मुख्य रूप से तीन बातों पर निर्भर करता है-
- आपके होम लोन की रकम कुल कितनी है (30 लाख से कम लोन पर कुछ कम ब्याज होती है, 30 लाख से 75 लाख रुपए के बीच लोन पर थोड़ा अधिक ब्याज दर होती है, 75 लाख रुपए से अधिक के होमलोन पर थोड़ा और ज्यादा ब्याज दर होती है)
- आवेदक महिला है या पुरुष: भारत में महिलाओं को होम लोन लेने पर, पुरुषों को मिलने वाले होम लोन के मुकाबले कम ब्याज दर पर मिल जाता है।
- आपका क्रेडिट स्कोर कैसा रहा है: अगर आपकी आमदनी का स्रोत नियमित है और आप अपने पिछले लोन का भुगतान समय पर करते रहे हैं तो आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा रहता है। ऐसे लोगों को नया लोन आसानी से मिल जाता है, और उस पर ब्याज दर भी कुछ कम लगती है।
ऊपर कैलकुलटेर से EMI पता करने के लिए आपको अपने होमलोन की ब्याज दर डालनी होगी । नीचे हमने बैंक और फाइनेंस कंपनियों की ब्याज दर दिया है।
सरकारी बैंकों से होमलोन की ब्याज दर
बैंक | ब्याज दर |
---|---|
Punjab & Sind Bank | 8.85% – 9.95% |
Punjab National Bank | 8.65% – 9.50% |
State Bank of India | 9.15% – 10.15% |
Indian Overseas Bank | 9.55% – 10.95% |
Bank of India | 9.25% – 10.75% |
UCO Bank | 8.45% – 10.30% |
Bank of Maharashtra | 8.40% – 10.65% |
Canara Bank | 8.85%- 11.25% |
Bank of Baroda | 9.15% – 10.65% |
Indian Bank | 8.45% – 10.40% |
Union Bank of India | 9.00% – 10.75% |
किसी बैंक से होमलोन लेते समय आप आधिकतम ब्याज दर पर ज्यादा फोकस कीजिए क्योंकि जो न्यूनतम ब्याज दर वो बताएंगे उसके लिए शर्तें इतनी सख्त होती हैं कि ज्यादातर लोगों के लिए ब्याज दर उससे ज्यादा ही होती है।
प्राइवेट बैंकों से होमलोन की ब्याज दरें
बैंक | ब्याज दर |
---|---|
Axis Bank | 8.75% – 12.70% |
Karur Vysya Bank | 9.23% – 12.13% |
Karnataka Bank | 9.26% – 10.53% |
ICICI Bank | 9.00% – 10.05% |
Tamilnad Mercantile Bank | 9.10% – 9.60% |
Kotak Mahindra Bank | 8.85% से ज्यादा |
Bandhan Bank | 9.15% – 15.00% |
Federal Bank | 10.15% – 10.30% |
South Indian Bank | 9.85% – 12.60% |
RBL Bank | 9.15% – 11.55% |
Dhanlaxmi Bank | 9.35% – 10.50% |
हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों से होमलोन की दर
फिक्स्ड रेट होम लोन और फ्लोटिंग रेट होम लोन में क्या अंतर होता है?
होम लोन की किस्तों के साथ जोड़ी जाने वाली ब्याज दर में परिवर्तनशीलता (Changeablity) के अनुसार, होम लोन दो तरह का होता है—
- फिक्स्ड रेट होम लोन
- फ्लोटिंग रेट होम लोन
फिक्स्ड रेट होम लोन | Fixed Rate Home Loan
ऐसे होम लोन की ब्याज दर, पूरी अवधि तक, एक समान रहती है। बीच में मार्केट के उतार-चढ़ाव का और ब्याज दरों के घटने-बढ़ने का इस पर प्रभाव नहीं पड़ता।
फिक्स्ड रेट होम लोन को चुनने का फायदा यह होता है कि, मार्केट में ब्याज दर बढ़ने पर भी आपको ज्यादा ब्याज नहीं चुकानी पड़ती। लेकिन नुकसान यह हो सकता है कि मार्केट में ब्याज दर घटने पर आपको सस्ती ब्याज दर का फायदा नहीं मिलेगा।
फ्लोटिंग रेट होम लोन | Floating Rate Home loan
इस तरह के होम लोन की ब्याज दर, मार्केट में ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव के हिसाब से बदलती रहती है। जब मार्केट में ब्याज दरें बढ़ती हैं तो आपके होम लोन की किस्तें भी बढ़े हुए दर से चुकानी पड़ती हैं। इसी तरह, जब मार्केट में ब्याज दरें घटती हैं तो आपको भी अपने होमलोन की किस्तें कम ब्याज दर के साथ चुकानी पड़ती हैं।
फाइनेंस विशेषज्ञ फ्लोटिंग रेट वाले होम लोन को तरजीह देने की सलाह देते हैं। क्योंकि पिछले दशकों का रिकॉर्ड दिखाता है कि कुछ वर्षों बाद मार्केट में ब्याज दर में काफी कमी आई है।
होमलोन से जुड़े कुछ सवाल (Frequently Asked Questions)
सस्ता होमलोन लेने के लिए जरूरी है कि आप बड़े बैंकों से होमलोन लेने की कोशिश करें। आमतौर पर वहां ब्याज दरें कम होती हैं और ब्याज दरों का दायरा बहुत ज्यादा नहीं होता है। मतलब अधिकतम ब्याज दर बहुत ऊंची नहीं होती है।
इसके अलावा रेगुलर इनकम होने पर आपके लिए ब्याज दर कम रहेगी।
अच्छा क्रेडिट स्कोर से भी होमलोन सस्ते में मिल जाता है।
अगर आपका उसी बैंक में एफडी है तो भी होमलोन की दरें कम हो सकती हैं। कैलकुलेटर से आप अपना EMI पता कर सकते हैं
अगर आप होमलोन के बदले ज्यादा ब्याज नहीं देना चाहते हैं तो होमलोन की अवधि को कम रखिए। होमलोन की अवधि जितनी कम होगी ब्याज का भुगतान भी कम होगा। ऊपर कैलकुटेर से आप देख सकते हैं कि अवधि कम होने पर EMI में ब्याज का हिस्सा काफी कम हो जाता है।
LTV यानी लोन टू वैल्यू रेश्यो से तय होता है कि आपके घर की वैल्यू के बदले कितना लोन मिलेगा। दरअसल आप जितने का घर खरीदते हैं उतने पूरे पैसे का होमलोन नहीं मिलता है। बैंक तय करते हैं कि प्रॉपर्टी के प्राइस और होमलोन अमाउंट के बीच क्या रेशियो होना चाहिए। जैसे मान लीजिए अगर किसी घर की कीमत एक करोड़ है और बैंक आपको ज्यादा से ज्यादा 85 लाख का ही होमलोन देता है तो LTV 85% होगा।
आमतौर पर बैंक 90% का LTV ऑफर करते हैं।
ज्यादातर बैंक और फाइनेंस कंपनियां ये ऑप्शन देती हैं। लेकिन इसके लिए लोन अमाउंट का 0.5% तक प्रॉसेसिंग चार्ज लग जाता है।
इसके लिए आप हमारे होमलोन कैलकुलेटर में चेक कर सकते हैं। इसमें कुल ब्याज का अमाउंट मिल जाएगा।
सभी बैंक और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां होमलोन के ब्याज के अलावा प्रॉसेसिंग फीस भी चार्ज करते हैं। ये फीस लोन अमाउंट का एक फिक्स्ड परसेंट होता है। ज्यादातर बैंक और फाइनेंस कंपनियां 0.5% से 1.0% तक प्रॉसेसिंगफीस लेते हैं।