गोल्ड बॉन्ड एक ऐसा निवेश है जिसमें उसी हिसाब से फायदा होता है जिस हिसाब से सोने की प्राइस बढ़ती हैं। इसलिए अगर आपको सोना महंगा होने की उम्मीद है तो फरवरी 2024 के गोल्ड बॉन्ड इश्यू में आपको निवेश करना चाहिए। पिछले 8 साल में इस बॉन्ड ने करीब 12% सालाना का रिटर्न दिया है।
Instrument | Gold Bond (SGB Feb 2024 Issue) |
Issue Price | ₹6,263 / unit |
Minimum Investment | 1 unit |
Maximum Investment | 4000 unit / year |
Return | Linked to Gold price |
Safety | No Default risk |
Interest Income | 2.5% / year |
Issued By | Government of India |
Opening Date | 12 Feb 2024 |
Closing Date | 16 Feb 2024 |
फरवरी में गोल्ड बॉन्ड इश्यू कब आएगा
गोल्ड बॉन्ड का अगला इश्यू सोमवार 12 फरवरी 2024 को खुलेगा। इस इश्यू में शुक्रवार 16 फरवरी तक पैसा लगाने का मौका होगा।
इन पांच दिनों के दौरान गोल्ड बॉन्ड के इश्यू का एक ही भाव होगा। आप इसमें किसी भी दिन पैसा लगा सकते हैं।
पैसा लगाने के बाद बुधवार 21 फरवरी को गोल्ड बॉन्ड जारी किए जाएंगे। उसी दिन या उसके अगले दिन इसका ईमेल आपके पास आ जाएगा।
अगर आपने डीमैट अकाउंट नंबर फॉर्म में दिया होगा तो गोल्ड बॉन्ड 21 फरवरी के बाद आपके डीमैट अकाउंट में दिखने लगेगा
फरवरी का गोल्ड बॉन्ड इश्यू इस वित्त वर्ष का आखिरी इश्यू होगा। इसके बाद अगला इश्यू कब आएगा अभी इसकी जानकारी नहीं है। नए वित्त वर्ष के लिए रिजर्व बैंक अगला शेड्यूल जारी करेगा।
गोल्ड बॉन्ड फरवरी 2024 का इश्यू प्राइस | Issue Price of Gold Bond
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के फरवरी 2024 का इश्यू प्राइस ₹6,263 फिक्स किया गया है। ऑनलाइन खरीदने वालों को 50 रुपए की छूट मिलेगी और उनके लिए इश्यू प्राइस ₹6,263/यूनिट होगा।
गोल्ड बॉन्ड के एक यूनिट का जो भाव तय कर दिया जाता है वो इश्यू के दौरान बदलता नहीं है। यानी पूरे पांच दिन तक गोल्ड बॉन्ड इसी भाव पर मिलता रहेगा।
इश्यू आने की तारीख से पहले तीन दिन तक सोना जिस भाव पर बंद होता है उस भाव का एवरेज निकाल कर गोल्ड बॉन्ड के इश्यू का प्राइस तय किया जाता है।
जैसे 12 फरवरी को गोल्ड बॉन्ड इश्यू के लिए 7,8 और 9 फरवरी के क्लोजिंग प्राइस का एवरेज निकाला गया है। गोल्ड बॉन्ड के प्राइस के लिए इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन से भाव लिया जाता है।
2022 से सोने के भाव में तेजी आई है। तेजी का ये सिलसिला 2024 में भी कायम है। पिछले दो साल में सोना 50 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम से अब 62 हजार प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है।
चूंकि गोल्ड बॉन्ड भी सोने के भाव को फॉलो करता है। इसलिए इसका भाव भी सोने के भाव के बराबर रहता है। एक यूनिट गोल्ड बॉन्ड का भाव एक ग्राम सोने के भाव के बराबर रहता है।
इसलिए अगर सोने के एक ग्राम का भाव 6263 रुपए होगा तो गोल्ड बॉन्ड के एक यूनिट का भाव भी इतना ही होगा।
गोल्ड बॉन्ड से कितना रिटर्न मिलेगा
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड , बाजार में सोने का जो भाव होता है उसे फॉलो करता है। इसलिए जैसे-जैसे सोने का भाव चढ़ेगा आपके गोल्ड बॉन्ड की वैल्यू भी बढ़ती जाएगी। मैच्योरिटी पर आपके गोल्ड बॉन्ड के बदले उतना ही पैसा मिलेगा जितना सोने में निवेश करने पर मिलता ।
इसके अलावा गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने पर ब्याज भी मिलता है। जबकि सोना खरीदने पर कोई ब्याज नहीं मिलता है। फिलहाल सरकार गोल्ड बॉन्ड पर 2.5% सालाना के हिसाब से ब्याज देती है। ये ब्याज हर 6 महीने पर दिया जाता है।
दिसंबर 2023 में हमने अपने एक लेख में चेक किया था कि गोल्ड बॉन्ड से कितना रिटर्न मिला। उस दौरान हमारी कैलकुलेशन में पता चला था कि पिछले 8 साल के दौरान गोल्ड बॉन्ड की वैल्यू में करीब 11% सालाना के हिसाब से बढ़ोतरी हुई थी।
अगर हम इसमें ब्याज की रकम को भी जोड़ लेंगे तो गोल्ड बॉन्ड से सालाना करीब 13% का रिटर्न मिला है।
हालांकि आगे कितना रिटर्न मिलेगा इसके बार में कुछ भी पक्का नहीं कहा जा सकता है। क्योंकि आगे का रिटर्न इस बात पर डिपेंड करेगा कि सोने का भाव कितना चढ़ता है।
गोल्ड बॉन्ड के रिटर्न का अंदाजा लगाने के लिए आप हमारे गोल्ड बॉन्ड कैलकुलेटर का यूज कर सकते हैं। इस कैलकुलेटर से आप गोल्ड बॉन्ड के रिटर्न की शेयर बाजार के रिटर्न से तुलना भी कर सकते हैं।
गोल्ड बॉन्ड का पैसा वापस कब मिलेगा | Gold Bond Maturity
गोल्ड बॉन्ड का पैसा मैच्योरिटी पर मिलता है लेकिन आपके पास उससे पहले भी पैसा पाने का ऑप्शन होता है।
मैच्योरिटी पर पैसा | Redemption on Maturity
- सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 8 साल में मैच्योर होता है। यानी आपका पैसा 8 साल बाद वापस मिल जाएगा।
- अगर आप 8 साल तक इंतजार नहीं कर सकते हैं तो पहले भी पैसा निकालने का ऑप्शन होता है।
- गोल्ड बॉन्ड का ये इश्यू 8 साल बाद यानी 21 फरवरी 2032 को मैच्योर होगा।
वक्त से पहले पैसा कैसे मिलेगा | Premature Redemption
- आप 5 साल पूरे होने के बाद भी गोल्ड बॉन्ड के बदले पैसा ले सकते हैं। मैच्योरिटी से पहले पैसा लेने के लिए आपको अपने बैंक में एप्लीकेशन देनी होगी।
- आप 5 साल बाद 21 फरवरी 2029 को भी इसका पैसा निकाल सकते हैं। इसके बाद हर 6 महीने पर आपके पास पैसा निकालने का मौका होगा।
- जब आप गोल्ड बॉन्ड के बदले पैसा लेंगे तो आपको पैसा उतना ही बढ़कर मिलेगा जितना सोना महंगा हो गया होगा।
ब्याज का पेमेंट | Interest Payment
इस इश्यू से हर 6 महीने पर ब्याज भी मिलेगा। ब्याज की पहली किस्त 21 अगस्त 2024 को मिलेगी। उसके बाद अगली किस्त 21 फरवरी 2025 को मिलेगी। इसी तरह हर 6 महीने पर ब्याज मिलता रहेगा।
Feb 2024 Gold Bond Issue | Interest Payment Schedule |
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Issue Date | 21 Feb 2024 |
Interest 1 | 21 Aug 2024 |
Interest 2 | 21 Feb 2025 |
Interest 3 | 21 Aug 2025 |
Interest 4 | 21 Feb 2026 |
Interest 5 | 21 Aug 2026 |
Interest 6 | 21 Feb 2027 |
Interest 7 | 21 Aug 2027 |
Interest 8 | 21 Feb 2028 |
Interest 9 | 21 Aug 2028 |
Interest 10 + Optional Withdrawal | 21 Feb 2029 |
Interest 11 + Optional Withdrawal | 21 Aug 2029 |
IInterest 12 + Optional Withdrawal | 21 Feb 2030 |
Interest 13 + Optional Withdrawal | 21 Aug 2030 |
Interest 14 + Optional Withdrawal | 21 Feb 2031 |
Interest 15 + Optional Withdrawal | 21 Aug 2031 |
Interest 16 + Maturity Amount | 21 Feb 2032 |
गोल्ड बॉन्ड की ट्रेडिंग | Trading in Market
गोल्ड बॉन्ड को आप किसी भी समय दूसरे को बेच सकते हैं। बेचने के लिए बॉन्ड बाजार का यूज करना होगा।
बाजार में गोल्ड बॉन्ड का जो भाव चल रहा होगा उसी भाव पर गोल्ड बॉन्ड बिकेगा। बाजार के भाव से सरकार का कोई मतलब नहीं होता है इसलिए आप किसी फिक्स्ड प्राइस की उम्मीद नहीं कर सकते हैं।
आमतौर पर आप अपने शेयर ब्रोकर के जरिए ही इस बॉन्ड को भी खरीद और बेच सकते हैं। इसके अलावा रिटेल बॉन्ड ट्रेडिंग का प्लेटफॉर्म भी होता है।
गोल्ड बॉन्ड के नियम | Gold Bond Rules
गोल्ड बॉन्ड की कम से कम एक यूनिट खरीदनी होगी। एक यूनिट का भाव सोने के एक ग्राम के बराबर होगा। यानी अभी की कीमत के हिसाब से इसमें कम से कम 6,263 रुपए लगाना होगा।
किसी फाइनेंशियल ईयर में आप गोल्ड बॉन्ड की ज्यादा से ज्यादा 4000 यूनिट ही खरीद सकते हैं। यानी चार किलो सोना के बराबर का इन्वेस्टमेंट ही कर सकते हैं। अभी के भाव के हिसाब से आप साल भर में गोल्ड बॉन्ड में करीब 2.51 करोड़ रुपए का निवेश कर सकते हैं।
अगर आप गोल्ड बॉन्ड को बाजार में बेचने का इरादा रखते हैं तो इन्वेस्ट करते समय अपने डीमैट अकाउंट की डिटेल जरूर डालें। गोल्ड बॉन्ड की ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट जरूरी है।
गोल्ड बॉन्ड के बदले सोना नहीं मिलता है। आप पैसा जमा करते हैं और मैच्योरिटी के वक्त पैसा ही मिलता है।
गोल्ड बॉन्ड आप किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस से खरीद सकते हैं। बैंक ऑनलाइन खरीदने के सुविधा भी देते हैं।
गोल्ड बॉन्ड और टैक्स | Tax Treatment of Gold Bond
- गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने पर किसी तरह की टैक्स छूट नहीं मिलती है। इसलिए इसे सुकन्या समृद्धि स्कीम, सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम और पीपीएफ की तरह टैक्स छूट देने वाली स्कीम ना माना जाए
- गोल्ड बॉन्ड से जो आपको रेगुलर ब्याज मिलता है वो आपकी अदर इनकम मानी जाएगी और अगर आपकी कुल इनकम टैक्सेबल होगी तो ये ब्याज भी टैक्सेबल होगा। इस ब्याज पर टैक्स का हिसाब वैसा ही है जैसा बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट का होता है।
- गोल्ड बॉन्ड की मैच्योरिटी पर आपका पूरा पैसा और मुनाफा मिलता है। लेकिन इस मुनाफे पर कोई कैपिटल गेन्स टैक्स नहीं लगता है। वहीं अगर आप सोना बेचते हैं तो उसके मुनाफे पर 10% के हिसाब से कैपिटल गेन्स टैक्स लगता है। शेयर और म्यूचुअल फंड पर भी इसी तरह टैक्स लगता है।
- अगर मैच्योरिटी से पहले यानी 8 साल से पहले गोल्ड बॉन्ड को रिडीम कर लेंगे तो इससे होने वाले मुनाफे पर कैपिटल गेन्स टैक्स लगेगा।
- इसी तरह अगर गोल्ड बॉन्ड को बाजार में बेच देंगे तो होने वाले मुनाफे पर कैपिटल गेन्स टैक्स लगेगा।
गोल्ड बॉन्ड का इश्यू अब तीन महीने में एक बार ही आता है। इसलिए इसको टालना अच्छा नहीं है। आप स्टेट बैंक या किसी दूसरे बैंक से इसे खरीद सकते हैं। ऑनलाइन शेयर ब्रोकर भी इसे बेचते हैं।