बेटी के फ्यूचर के लिए सुकन्या समृद्धि योजना बहुत अच्छी है। इसके जरिए आप 70 लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं (कैसे- नीचे लिंक मिल जाएगा)। लेकिन बहुत से लोगों का वाजिब सवाल होता है कि सुकन्या समृद्धि योजना का पैसा किसे मिलेगा। इसके पैसे पर माता-पिता का हक होता है या फिर लड़की को ही पूरा पैसा मिल जाता है। हम आपकी चिंता समझते हैं और इसका आपको बिल्कुल सही जवाब देंगे ।
माता-पिता चिंता क्यों करते हैं
सुकन्या योजना 21 साल में मैच्योर होती है लेकिन इसके पहले भी लड़की की पढ़ाई और शादी के लिए पैसा मिल जाता है। कुल मिलाकर ये योजना लड़की की शादी और एजुकेशन को ध्यान में रखकर ही बनाई गई है।
शादी की चिंता
बहुत से माता-पिता लड़की की शादी को लेकर चिंतित होते हैं। धूमधाम से शादी और दहेज का इंतजाम करने के लिए लोग लड़की के जन्म के बाद ही पैसा जमा करना शुरू कर देते हैं। उनकी इसी जरूरत को पूरी करती है सुकन्या समृद्धि योजना।
माता-पिता के अरमान
लेकिन आमतौर पर लड़की की शादी केवल उसके लिए जीवनसाथी खोजना नहीं होता है। ज्यादातर लोग सामाजिक प्रतिष्ठा से भी जोड़ते हैं। माता-पिता पैसा इसलिए भी जोड़ते हैं ताकि वो शादी को लेकर अपने अरमान पूरे कर सकें। पैसा इसलिए भी जोड़ा जाता है ताकि सोशल सर्किल में लोग बेहतरीन इंतजाम की तारीफ करें।
लड़की के लिए या शादी के लिए पैसा
कुल मिलाकर लड़की की शादी के लिए जो पैसा जमा होता है वो केवल लड़की को देने के लिए नहीं होता है बल्कि उत्सव में खर्च करने के लिए भी होता है। और इसीलिए लड़की के माता-पिता ये जानना चाहते हैं कि सुकन्या समृद्धि योजना के पैसे पर किसका हक होगा।
लड़की अपनी मर्जी से विवाह करती है तो ….
क्योंकि, ऐसा भी देखा जाता है कि शादी के लेकर माता-पिता और लड़की में टकराव हो जाए। लड़की अपनी मर्जी से शादी करना चाहे । ऐसे में माता-पिता के अरमान धरे के धरे रह जाएंगे। उन्हे मायूसी होगी । लेकिन तब उन्हे और बुरा लगेगा कि अपने सपनों के लिए उन्होने बड़ी मेहनत से जो पैसा जमा किया था उस पर भी हक नहीं रहेगा। और इसलिए लोग पहले ही जानना चाहते हैं कि सुकन्या समृद्धि योजना का पैसा कौन निकाल सकता है?
समृद्धि योजना के पैसे पर किसका हक ?
- दोस्तों सुकन्या समृद्धि योजना का अकाउंट लड़की के नाम खुलता है। इसलिए खाता जिसके नाम होगा पैसे पर हक भी उसी का होगा।
- अकाउंट खुलवाते समय भले ही माता या पिता के डॉक्यूमेंट लगते हैं। लेकिन खाता लड़की का ही होता है। माता या पिता के कागजात इसिलए लगते हैं क्योंकि लड़की छोटी होती है।
- अकाउंट में भले ही माता-पिता पैसा जमा करते हैं। लेकिन पैसा जमा करने के साथ ही उस पर से उनका हक खत्म हो जाता है। और अकाउंट में पैसे आते ही लड़की का उस पर हक हो जाता है।
- जब तक लड़की 18 साल की नहीं होती है माता-पिता उस अकाउंट के गार्जियन के तौर पर होते हैं। लेकिन जैसे ही लड़की 18 साल की हो जाएगी, अकाउंट को ऑपरेट करने के लिए माता-पिता की जरूरत खत्म हो जाएगी।
- सुकन्या योजना 21 साल में मैच्योर होती है यानी लड़की तब तक कम से कम 21 साल की हो जाएगी। यानी मैच्योरिटी का पैसा हर हाल में लड़की को ही मिलेगा।
- मैच्योरिटी पर माता-पिता सुकन्या योजना का पैसा नहीं निकाल पाएंगे। सिर्फ लड़की ही इस पैसे को निकाल पाएगी।
- शादी और पढ़ाई के लिए भी पैसा निकाल सकते हैं। लेकिन इसके लिए भी लड़की की उम्र 18 साल होनी चाहिए यानी इसका पैसा भी लड़की को ही मिलेगा।
- अगर मैच्योरिटी से पहले लड़की की मृत्यु हो जाती है तो सुकन्या योजना में जमा पैसे पर माता-पिता या गार्जियन का हक होगा और वो उसे निकाल सकते हैं।
सुकन्या योजना पर माता-पिता की रणनीति क्या हो
अपने आस-पास की घटनाओं को देखकर अगर आपको भी चिंता हो रही है तो फिर इसके लिए आपको पहले से सोच-विचार कर चलना होगा।
अगर आप लड़की के हाथ में अपनी पूरी बचत नहीं देना चाहते हैं तो इसमें कोई बुराई नहीं है। पैसा आपका है और आपको ये हक है कि आप उसे किस तरीके से खर्च करें।
अगर आप अपने बच्चों की शादी पारंपरिक तरीके से करने की सोच रहे हैं तो उसमें कोई बुराई नहीं है। लेकिन इसके साथ ही अगर आपके वयस्क बच्चे अपने हिसाब से शादी करते हैं तो उसमें भी कोई बुराई नहीं है।
लेकिन चूंकि पैसा आपने जमा किया है इसलिए वो किस तरीके से खर्च हो इस पर आपका अधिकार होना चाहिए। जैसे बच्चों को अपनी जिंदगी का फैसला लेने का हक है उसी तरह माता-पिता को भी अपने कमाए हुए पैसे को अपने तरीके खर्च करने या गिफ्ट करने का हक है।
इसलिए अगर आप लड़की की शादी से जुड़ी पूरी बचत को लड़की के हाथ में नहीं देना चाहते हैं तो सुकन्या समृद्धि योजना के साथ-साथ किसी और सेविंग स्कीम में पैसे जरूर जमा करें। अपनी सेविंग को आप 50-50% में बांटकर जमा कर सकते हैं। आधा पैसा सुकन्या स्कीम में और आधा ऐसी किसी स्कीम में जिसमें आपका हक बना रहे।
सुकन्या के अलावा सेविंग स्कीम
सुकन्या समृद्धि स्कीम में वही पैसा जमा करें जो उसकी पढ़ाई या रोजगार के लिए जमा करना चाहते हैं। शादी की सेविंग के लिए आप म्यूचुअल फंड या पोस्ट ऑफिस की दूसरी सेविंग स्कीम का यूज कर सकते हैं।
आप चाहें तो पीपीएफ स्कीम का अपना अकाउंट खुलवाकर उसमें पैसे जमा कर सकते हैं। इसकी ब्याज दर सुकन्या समृद्धि योजना से कम होती है। लेकिन वहां ऐसे सख्त नियम नहीं होते हैं। इस योजना से भी टैक्स छूट उसी तरह मिलती है जैसे सुकन्या योजना से मिलती है।
एनपीएस का टियर-2 अकाउंट को भी लॉन्ग टर्म सेविंग के लिए यूज कर सकते हैं। इसके लिए थोड़ा सा आपको पढ़ना पडेगा लेकिन इसका रिटर्न पीपीएफ अकाउंट से बेहतर होता है।
लेकिन दोस्तों ये जरूर देखिएगा कि कैसे आप सुकन्या योजना में रेगुलर पैसे जमा करके 70 लाख रुपए तक इकट्ठा कर सकते हैं।