पोस्ट ऑफिस की टाइम डिपॉजिट स्कीम आज भी बहुत पापुलर है। लोग अक्सर सवाल करते हैं कि अगर पोस्ट ऑफिस में 1 लाख रुपए जमा करेंगे तो कितना मिलेगा। पोस्ट ऑफिस की एफडी में पैसा कितने समय में डबल हो जाएगा। लोगों का पोस्ट ऑफिस एफडी में बहुत दिलचस्पी है जबकि बैंकों में एफडी खुलवाना ज्यादा आसान है। और वहां नियम भी लचीले हैं। तो आखिर पोस्ट ऑफिस फिक्स्ड डिपॉजिट में ऐसी कौन सी खास बात है आइए समझते हैं।
Table of Contents
- 1. बेहतरीन ब्याज दर (High Interest Rate)
- 2. पैसा डूबने का डर नहीं (No Default Risk)
- 3. ब्याज दर बदलता नहीं (Fixed Interest Rate)
- 4. टैक्स में छूट (Tax Benefit)
- 5. अलग-अलग अवधि का विकल्प (Multiple Tenure)
- 6. निवेश करना आसान (Easy to invest)
- 7. अकाउंट एक्सटेंशन की सुविधा (Account extension)
- 8. छोटी रकम से निवेश (Low Minimum Amount)
- 9. लोन की सुविधा (Loan Facility)
- 10. किसी तरह की जानकारी जुटाने की जरूरत नहीं (No research Required)
- पोस्ट ऑफिस एफडी से जुड़े कुछ सवाल (Frquently Asked Questions)
1. बेहतरीन ब्याज दर (High Interest Rate)
सरकार अपनी स्माल सेविंग स्कीम पर अच्छा ब्याज देती है। इसलिए पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट का ब्याज दर भी अच्छा होता है। आमतौर पर पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट की ब्याज दर बैंक के एफडी के ब्याज दर से अच्छा होता है। जैसे अभी पोस्ट ऑफिस की 5 साल की एफडी पर 7.5% की ब्याज दर है । जबकि स्टेट बैंक की 5 साल की एफडी की ब्याज दर 6.5% है।
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट में इस ऊंची ब्याज दर से कितना फायदा हो सकता है इसे हम एक उदाहरण से समझते हैं।
SBI FD Vs Post Office Time Deposit
मान लीजिए आपने पोस्ट ऑफिस और स्टेट बैंक दोनों जगह एक लाख रुपए जमा किया है। एक साल बाद पोस्ट ऑफिस से आपको 7,714 रुपए ब्याज मिलेगा । जबकि स्टेट बैंक से 6,660 रुपए ब्याज मिलेगा। इस तरह हर साल आपको ₹1,053 का फायदा होगा।
हालांकि अगर आप एक से दो साल के बीच एफडी कराना चाहते हैं तो स्टेट बैंक में एफडी कराना अच्छा रहेगा। SBI की अमृत वृष्टि स्कीम में 444 दिन के डिपॉजिट पर 7.25% का इन्ट्रेस्ट रेट मिल रहा है।
2. पैसा डूबने का डर नहीं (No Default Risk)
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट स्कीम भारत सरकार चलाती है। इस स्कीम में हम जो पैसा जमा करते हैं वो भारत सरकार के पास जाता है। सरकार ही इस स्कीम की ब्याज दर भी घोषित करती है।
इसलिए इस स्कीम का ब्याज देने और जमा पैसा को लौटाने की जिम्मेदारी सरकार की होती है। सरकार की गारंटी की वजह से इस स्कीम में पैसा डूबने की गुंजाइश सबसे कम होती है।
बैंक अपनी गड़बड़ी की वजह से डूब सकते हैं। लेकिन सरकार के डूबने के संभावना सबसे कम होती है। सरकार के पास टैक्स लगाने की शक्ति होती है इसलिए उसके दिवालिया होने की संभावना ना के बराबर होती है।
3. ब्याज दर बदलता नहीं (Fixed Interest Rate)
- पोस्ट ऑफिस में फिक्स्ड डिपॉजिट कराइए या फिर बैंक में, इन्ट्रेस्ट रेट फिक्स्ड रहता है। पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट में एक बार आप जिस रेट पर पैसा जमा कर देंगे आपके लिए वो रेट फिक्स हो जाएगा। उसके बाद मैच्योरिटी तक आपको उसी रेट के हिसाब से ब्याज मिलता रहेगा।
- फिक्स्ड इन्ट्रेस्ट रेट की वजह से आपको निवेश करते ही मैच्योरिटी अमाउंट का पता चल सकता है। आप इसके बारे में पोस्ट ऑफिस में ही पता कर सकते हैं। या फिर आप हमारे एफडी कैलकुलेटर का यूज करके भी मैच्योरिटी अमाउंट जान सकते हैं।
- पोस्ट ऑफिस में निवेश के बाद रेट नहीं बदलता है। लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि सरकार हमेशा इसका इन्ट्रेस्ट रेट एक ही रखती है।
- बल्कि सरकार टाइम डिपॉजिट समेत सभी पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम का इन्ट्रेस्ट रेट समय-समय पर बदलती रहती है। हर तिमाही के शुरू होने से पहले सरकार सभी स्माल सेविंग स्कीम के रेट्स की समीक्षा करती है और अगर जरूरी हुआ तो उसमें बदलाव भी करती है। अप्रैल, जुलाई, अक्टूबर और जनवरी से तिमाही की शुरुआत होती है।
4. टैक्स में छूट (Tax Benefit)
पोस्ट ऑफिस में फिक्सड डिपॉजिट के जरिए आप टैक्स भी बचा सकते हैं। सरकार 5 साल वाले टाइम डिपॉजिट पर टैक्स छूट का फायदा देती है।
टैक्स में छूट का ये फायदा सेक्शन 80C के तहत दिया जाता है। इस सेक्शन में कई तरह के निवेश को रखा गया है जिनमें पैसा लगाने के बदले टैक्स छूट मिलती है। इस सेक्शन के तहत कुल आप 1.5 लाख तक के निवेश/ खर्च पर टैक्स छूट का फायदा ले सकते हैं।
5. अलग-अलग अवधि का विकल्प (Multiple Tenure)
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट को आमतौर पर लोग 5 साल की स्कीम के तौर पर देखते हैं। लेकिन अगर आप इस स्कीम में कम अवधि के लिए भी पैसा जमा कर सकते हैं।
पोस्ट ऑफिस में 4 अल-अलग अवधि की एफडी स्कीम होती हैं। हर अवधि का ब्याज दर भी अलग-अलग होता है। आमतौर पर अवधि जितनी ज्यादा होती है उसकी ब्याज दर उतनी ज्यादा होती है।
अवधि | ब्याज दर |
---|---|
1 साल | 6.9% |
2 साल | 7.0% |
3 साल | 7.1% |
5 साल | 7.5% |
6. निवेश करना आसान (Easy to invest)
- पोस्ट ऑफिस की एफडी में पैसा जमा करना भी आसान हैं। क्योंकि देश के किसी भी कोने में चाहे बैंक मिले या ना मिले लेकिन पोस्ट ऑफिस जरूर मिल जाएगा।
- ऐसे किसी भी पोस्ट ऑफिस में जहां 2 या उससे ज्यादा लोग काम करते हैं वहां आपको सेविंग स्कीम में निवेश का ऑप्शन जरूर मिलेगा।
- इस स्कीम में आप चेक या कैश किसी भी तरीके से पैसा जमा कर सकते हैं। अगर पोस्ट ऑफिस में ही आपका सेविंग अकाउंट भी है तो सालाना मिलने वाला ब्याज उसी में जमा हो जाएगा।
7. अकाउंट एक्सटेंशन की सुविधा (Account extension)
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट में अकाउंट को आगे बढ़ाने की भी सुविधा मिलती है। मैच्योरिटी के बाद आप अपने एफडी अकाउंट को उसी अवधि के लिए आगे बढ़ा सकते हैं।
जैसे अगर आपने 3 साल की एफडी खुलवाई तो मैच्योरिटी के बाद उसे फिर से 3 साल के लिए आगे बढ़ा सकते हैं। बस अकाउंट को आगे बढ़ाते समय जो नया इन्ट्रेस्ट रेट होगा उसी हिसाब से ब्याज मिलेगा।
अगर आप शुरू में ही फॉर्म भरते समय अकाउंट एक्सटेंशन का ऑप्शन देते हैं तो मैच्योरिटी के बाद अकाउंट अपने आप एक्सटेंड हो जाएगा।
8. छोटी रकम से निवेश (Low Minimum Amount)
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट का अकाउंट खुलवाने के लिए किसी बड़ी रकम की जरूरत नहीं है। आप केवल 1000 रुपए से इसमें निवेश कर सकते हैं। जबकि बैंकों में एफडी कराने के लिए मिनिमम डिपॉजिट की लिमिट इससे ऊंची होती है।
इसके अलावा पोस्ट ऑफिस एफडी में पैसा जमा करने की कोई ऊपरी सीमा नहीं है। आप चाहे जितना पैसा इस अकाउंट में जमा कर सकते हैं।
9. लोन की सुविधा (Loan Facility)
पोस्ट ऑफिस की एफडी का यूज करके आप बैंक से लोन भी ले सकते हैं। इसके लिए आपको अपनी एफडी को गिरवी रखना होगा। इस तरह एफडी को गिरवी रखकर लोन लेने से ब्याज दर कम हो जाती है।
एफडी को गिरवी रखने के लिए पोस्ट ऑफिस में जाकर अप्लाई करना होता है। उसके बाद पोस्ट ऑफिस की स्वीकृति मिलने के बाद ही एफडी गिरवी रखी जाएगी। और फिर आपको लोन मिलेगा।
10. किसी तरह की जानकारी जुटाने की जरूरत नहीं (No research Required)
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट में निवेश करने के लिए आपको अलग से कुछ भी जानकारी जुटाने की जरूरत नहीं है। यहां पर आपको शेयर या म्यूचुअल फंड में निवेश की तरह रिसर्च करने की जरूरत नहीं है।
एफडी में निवेश करना बहुत सिंपल है। आप पैसे जमा करते हैं उस पर फिक्स्ड ब्याज मिलती है। और अवधि पूरी होने पर पैसा वापस मिल जाता है। कोई उतार-चढ़ाव नहीं है। कोई टेंशन नहीं होती है।
तो दोस्तों ये थे पोस्ट ऑफिट फिक्स्ड डिपॉजिट से होने वाले बड़े फायदे। अब अगर आपको ये अंंदाजा लगाना है कि इस स्कीम में पैसा बढ़कर कितना हो जाएगा तो इसके लिए आप हमारे कैलकुलेटर का यूज कर सकते हैं।
पोस्ट ऑफिस एफडी से जुड़े कुछ सवाल (Frquently Asked Questions)
इस स्कीम का अकाउंट खुलवाने के लिए कम से कम 1000 रुपए जमा करना होगा
जी हां, आप चाहे जितनी बार पोस्ट ऑफिस एफडी में निवेश कर सकते हैं। हर बार अलग अकाउंट खुलेगा।
जी हां, एफडी अकाउंट एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस में ट्रांसफर हो सकता है। लेकिन बैंक में ट्रांसफर नहीं होगा।
जी हां पोस्ट ऑफिस एफडी को मैच्योरिटी से पहले बंद करा सकते हैं। लेकिन ऐसा करने पर पेनाल्टी लगेगी और इन्ट्रेस्ट रेट कम हो जाएगा।
ऐसा जरूरी नहीं है लेकिन सेविंग अकाउंट होने से सहूलियत हो जाती है।