- ये कैलकुलटेर विशेष तौर पर पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट को ध्यान में रखकर बनाया गया है। चूंकि पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉडिट में केवल 4 अवधि होती है इसलिए हमने इन चारों अवधि को इस कैलकुलेटर में शामिल किया है।
- इस कैलकुलेटर में आपको सिर्फ डिपॉजिट अमाउंट डालना होगा। उसके बाद कैलकुलेटर तुरंत आपको 1 साल, 2 साल, 3 साल और 5 साल के टाइम डिपॉजिट में मिलने वाली मैच्योरिटी की रकम को बता देगा।
- वैसे हमने पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट का अभी वाला इन्ट्रेस्ट रेट डाल दिया है। लेकिन आगे ये बदल सकता है। इसलिए अगर ऐसा होता है तो आप अपने हिसाब से इन्ट्रेस्ट रेट डाल सकते हैं। उसके बाद नए रेट के हिसाब से मैच्योरिटी की रकम पता चल जाएगी।
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट में इन्ट्रेस्ट कैलकुलेशन
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट का इन्ट्रेस्ट रेट सालाना बताया जाता है। लेकिन इसकी कंपाउंडिंग हर तीन महीने पर होती है। मतलब हर तीन महीने बाद इन्ट्रेस्ट आपके एफडी अकाउंट में जमा कर दिया जाता है और उसके बाद उस इन्ट्रेस्ट पर भी इन्ट्रेस्ट मिलने लगता है।
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट में इन्ट्रेस्ट मैच्योरिटी के समय ही मिलता है। जबकि बैंकों में रेगुलर इन्ट्रेस्ट लेने का ऑप्शन भी होता है।
टाइम डिपॉजिट की अवधि | ब्याज दर | टैक्स छूट |
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1 साल | 6.9% | ❌ |
2 साल | 7.0% | ❌ |
3 साल | 7.1% | ❌ |
5 साल | 7.5% | ✅ |
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट के नियम
टाइम डिपॉजिट में जमा की मिनिमम लिमिट होती है। इसके अलावा ब्याज किस तरह जुड़ेगा इसके भी नियम हैं। मैच्योरिटी और एक्सटेंशन के बारे में कुछ नियमों का जानना जरूरी है।
लिमिट
पोस्ट ऑफिस के फिक्स्ड डिपॉजिट में आपको कम से कम 1000 रुपए जमा करना होगा। उससे ऊपर आप कुछ भी जमा कर सकते हैं। इसकी कोई मैक्सिमम लिमिट नहीं है। बस एक बात का ध्यान रखना होगा कि रकम सौ के गुणांक में होनी चाहिए। पैसा जमा करने के लिए, नकदी, चेक, ड्राफ्ट या इंटरनेट बैंकिंग का भी इस्तेमाल कर सकते हैं
मैच्योरिटी
पोस्ट ऑफिस फिक्स्ड डिपॉजिट की चार अवधि होती है। इसमें आप 1 साल , 2 साल, 3 साल, और 5 साल के लिए पैसा जमा कर सकते हैं। समय पूरा होने के तुरंत बाद आपको अपना पूरा पैसा और ब्याज मिल जाता है। फिलहाल पोस्ट ऑफिस में जितनी ज्यादा अवधि के लिए आप पैसा जमा करेंगे, उतनी अच्छी ब्याज दर आपको मिलेगी।
पोस्ट ऑफिस से अलग स्टेट बैंक में एफडी के लिए आप अपनी मर्जी के हिसाब से अवधि चुन सकते हैं। इसके अलावा वहां आपके पास रेगुलर इन्ट्रेस्ट लेने का ऑप्शन भी होता है।
फिक्स्ड इन्ट्रेस्ट
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपाजिट का इन्ट्रेस्ट रेट बीच में बदलता नहीं है। एक बार आप जिस रेट पर पैसा जमा कर देंगे वो रेट मैच्योरिटी तक बना रहता है। लेकिन अगर आप कोई नया एफडी कराने जाएंगे तो उस समय जो रेट चल रहा होगा उसके हिसाब से ही इन्ट्रेस्ट मिलेगा।
पोस्ट ऑफिस में एफडी अकाउंट कैसे खुलवाते हैं
- पोस्ट ऑफिस में आप अपने नाम कितने भी FD Account खोल सकते हैं।
- किसी व्यक्ति का पहले से एकल खाता (Single account) खुला हुआ हो, तब भी वह किसी दूसरे व्यक्ति के साथ संयुक्त खाता (joint account) में शामिल हो सकता है।
- पहले से संयुक्त खाता (joint account) होने के बावजूद नया Single account खोल सकते हैं।
- FD accounts की अधिकतम संख्या या अधिकतम जमा संबंधी कोई प्रतिबंध नहीं होता।
- संयुक्त खाता भी खुलवा सकते हैं: 2 या 3 लोग मिलकर संयुक्त खाता (Joint account) भी खुलवा सकते है।
- बच्चे के नाम भी खुलवा सकते हैं एफडी अकाउंट: किसी बच्चे के नाम पर भी उसके अभिभावक की ओर से Post Office FD Account खुलवाया जा सकता है।
- 10 साल की उम्र पूरी कर चुका बच्चा अगर अपने हस्ताक्षर से अकाउंट का संचालन कर सकता है तो वह खुद भी अपने नाम FD account खोल सकता है।
टैक्स में छूट कैसे मिलती है
सिर्फ 5 साल के Post Office FD Account पर सेक्शन 80c के तहत, टैक्स छूट मिलती है। इनकम टैक्स एक्ट का सेक्शन 80c ऐसा कानून है, जिसके कारण भारत में कुछ विशेष प्रकार के निवेशों और खर्चों पर हर साल 1.50 लाख रुपए तक की रकम पर टैक्स नहीं देना पड़ता।
इनमें पोस्ट ऑफिस का 5 वर्षीय FD account, PPF अकाउंट, EPF अकाउंट, सुकन्या समृद्धि अकाउंट, जीवन बीमा प्रीमियम, बच्चों की फीस, होमलोन किस्त में मूलधन वाला हिस्सा, वगैरह शामिल है।
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तो दोस्तों इस पोस्ट में हमने पोस्ट ऑफिस फिक्स्ड डिपॉजिट के नियमों के बारे में बताया है। लेकिन उससे पहले ये समझना जरूरी है कि ये अकाउंट आपको कैसे फायदा देगा। आखिर इसमें खास क्या है। इसे समझने लिए आप पोस्ट ऑफिस एफडी के फायदे पर लिखे हमारे दूसरे लेख को पढ़ सकते हैं।