दोस्तों आजकल क्रेडिट कार्ड हमारा सुख दुख का साथी सा बन गया है। किसी भी काम के लिए हमें इमरजेंसी में या एडवांस में पैसे चाहिए होते हैं तो क्रेडिट कार्ड की मदद से मिल जाते हैं लेकिन क्रेडिट कार्ड में कई तरह की फीस और चार्ज भी लगते हैं। आइए जानते हैं कि ये चार्ज कौन कौन से हैं किसमें कितनी फीस लगती है।
क्रेडिट कार्ड की ज्वाइनिंग फीस
दोस्तों जब आप किसी क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं तो आपको ज्वाइनिंग फीस देनी पड़ती है। ये फीस आमतौर पर एक हजार रुपए के आस-पास होती है।
शुरु-शुरु में ज्यादातर क्रेडिट कार्ड फ्री में मिलते थे। कोई ज्वाइनिंग फीस नहीं लगती थी। लेकिन अब कुछ गिने-चुने कार्ड को छोड़कर ज्यादातर कार्ड ज्वाइनिंग फीस चार्ज करते हैं।
जो कार्ड फ्री में भी मिलते हैं उनकी एलिजिबिलटी काफी ऊंची होती है। जैसे Kotak Mahindra Bank Fortune Gold Card, और ICICI Platinum Chip Credit Card में कोई ज्वाइनिंग फीस नहीं लगती है।
हालांकि कुछ क्रेडिट कार्ड ज्वाइनिंग फीस का कुछ अमाउंट वाउचर के रुप में वापस कर देते हैं। इन वाउचर को यूज करने के लिए आपको क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग करनी होती है।
ज्वाइनिंग फीस दो बातों पर डिपेंड करती है। पहला कि आपने किस बैंक या कम्पनी का क्रेडिट कार्ड लिया है । दूसरी आपने किस टाइप का क्रेडिट कार्ड लिया है। अलग-अलग बैंक और क्रेडिट कार्ड्स की ज्वाइनिंग फीस अलग अलग होती है।
क्रेडिट कार्ड का सालाना मेंटेनेंस चार्ज
दोस्तों अगर आपके पास क्रेडिट कार्ड है तो पेमेंट की फिक्र किए बिना खरीदारी कर सकते हैं। पेमेंट आपको कुछ दिन बाद करना होता है। यानी बैंक आपको शॉपिंग करने के लिए कुछ दिन के लिए क्रेडिट देता है। यानी उधार देता है।
लेकिन ये उधारी फ्री में नहीं होती है। बैंकों को भी अपना धंधा चलाना है। इसलिए वो तरह-तरह के चार्ज लगाते हैं। ऐसा ही एक चार्ज है एन्युअल मेंटेनेंस चार्ज। यानी क्रेडिट कार्ड यूज करने के लिए आपको हर साल ये चार्ज देना पड़ता है।
ये चार्ज भी अलग-अलग तरह के क्रेडिट कार्ड के लिए अलग-अलग होता है। ये 500 रुपए से शुरू होकर हजारों रुपए तक जाता है। कार्ड जितना प्रीमियम होगा और रिवार्ड जितने ज्यादा मिलेंगे एन्युअल चार्ज उतना ज्यादा होता है। SBI के अलग अलग क्रेडिट कार्ड्स में 499 रुपए से लेकर 9,999 रुपए तक Annual Charge लगता है।
कुछ क्रेडिट कार्ड्स ग्राहकों को पहले साल के लिए Annual Charge में छूट देते हैं। उसके बाद से हर साल आपको एक निश्चित राशि सालाना चार्ज के रुप में चुकानी पड़ती है। हालांकि कुछ ऐसे कार्ड्स भी हैं जो Annual Fees नहीं लेते हैं। जैसे Kotak Mahindra Bank Fortune Gold Card, और ICICI Platinum Chip Credit Card।
क्रेडिट कार्ड लेते समय आप यह जरुर जाँच लें कि आपको एनुअल फीस में एक साल की छूट मिल रही है या फिर लाइफटाइम के लिए सालाना फीस तो नहीं देना पड़ेगा।
हालांकि दोस्तों, अगर आप क्रेडिट कार्ड का ठीक-ठाक यूज करते हैं और समय-समय पर बिल पे कर देते हैं तो ये एन्युअल चार्ज माफ भी कर देते हैं। जैसे SBI Card ELITE की सालाना Renewal Fees 4,999 रुपए है लेकिन अगर आपने पिछले साल 10 लाख या उससे अधिक अमाउंट खर्च किया है तो आपकी ये फीस माफ कर दी जाएगी।
Late Payment Fees
दोस्तों क्रेडिट कार्ड हर महीने आपको बिल देते हैं। बिल में चार अहम जानकारी होती है।
- बिल अमाउंट
- मिनिमम पेमेंट अमाउंट
- ड्यू डेट
- ट्रांजैक्शन डिटेल
क्रेडिट कार्ड के नियम के हिसाब से आपको ड्यू डेट तक पूरा बिल अमाउंट चुकाना होता है। इसलिए अगर आप टाइम पर पूरा बिल अमाउंट चुका देते हैं तो फिक्र की कोई बात नहीं है।
लेकिन अगर आप पूरा बिल अमाउंट चुकाने की स्थिति में नहीं है तो कम से कम मिनिमम अमाउंट चुका दीजिए। मिनिमम अमाउंट चुकाने से लेट पेमेंट फीस नहीं लगती है।
लेकिन अगर मिनिमम ड्यू अमाउंट भी नहीं चुका पाते हैं तो फिर लेट पेमेंट फीस लग जाएगी। इसके अलावा और भी चार्जेज लगेंगे। उनके बारे में हम आगे बात करेंगे।
सभी क्रेडिट कार्ड टाइम से पेमेंट न करने पर लेट पेमेंट फीस लेते हैं। लेट पेमेंट एक ओर जहां फाइनेंशियल बोझ बन जाता है वहीं ये आपके क्रेडिट स्कोर को भी खराब करता है। इसलिए जहां तक हो सके इससे बचने की कोशिश करें और समय से अपना मिनिमम ड्यू बैलेंस चुका दें।
लेट पेमेंट फीस फिक्स नहीं होती है। जितना ज्यादा बकाया राशि होगी लेट पेमेंट फीस उतनी ज्यादा होगी। हमने नीचे एसबीआई कार्ड की लेट पेमेंट फीस का शेड्यूल दिया है। इससे आपको अंदाजा लग जाएगा।
Outstanding Amount | Late Payment Charge |
₹0-₹500 | 0 |
₹500-₹1000 | ₹400 |
₹1,000-₹10,000 | ₹750 |
₹10,000-₹25,000 | ₹950 |
₹25,000-₹25,000 | ₹1100 |
50 हजार से अधिक | ₹1300 |
इसके अलावा अगर आप दो से अधिक बार मिनिमम बैलेंस नहीं चुका पाते हैं तो आपको 100 रुपए अतिरिक्त लेट पेमेंट फीस देना पड़ेगा।
क्रेडिट कार्ड का Financing Charge (Interest)
दोस्तों क्रेडिट कार्ड के मंथली बिल में आपकी कुल बकाया राशि और मिनिमम ड्यू बैंलेस दिया होता है। कुछ लोग सिर्फ मिनिमम बैलेंस पे कर देते हैं और बाकी राशि नहीं जमा करते हैं। लेकिन ऐसा करने पर आप केवल लेट पेमेंट फीस से बचते हैं। फाइनेंसिंग चार्ज तो देना ही पड़ता है। ये चार्ज दरअसल इन्ट्रेस्ट का ही दूसरा नाम है।
- जब आप दिए गए टाइम पीरियड में कुल बकाया राशि नहीं जमा करते हैं तो बकाया अमाउंट पर 2% से 4% का मंथली इंटरेस्ट रेट लग जाता है। इसके साथ ही इसमें 18 % GST भी लगता है।
- जो समय आपको अपना बकाया राशि का भुगतान करने के लिए दिया जाता है उसे Interest Free Credit Period कहा जाता है। एसबीआई क्रेडिट कार्ड रिटेल खरीदारी पर आपको 20-50 दिन का इंटरेस्ट फ्री क्रेडिट पीरियड देता है।
- क्रेडिट कार्ड पर इंटरेस्ट रेट उस दिन से लगता है जिस दिन आप क्रेडिट कार्ड को यूज करते हैं। मान लीजिए कि 15 दिसंबर को आप क्रेडिट कार्ड से कोई पेमेंट करते हैं और 1 जनवरी को आपका दिसंबर का बिल आ जाता है अगर आपने दिसंबर महीने का बिल पूरा नहीं भरा तो बचे हुए बिल अमाउंट पर 15 दिसम्बर से ही इंटरेस्ट लिया जाएगा।
- यह इंटरेस्ट रेट आपके APR यानी Annual Percentage Rate के आधार पर डिसाइड होता है। APR क्रेडिट कार्ड प्रोवाइडर द्वारा आपसे साल भर में ली जाने वाली राशि होती है। जब आप क्रेडिट कार्ड लेने जाते हैं तो आपको उस पर लगने वाले APR के बारे में जानकारी दी जाती है।
अगर आप SBI का क्रेडिट कार्ड लेते हैं तो 2.75 % से 3.5 % की रेट से मंथली इंटरेस्ट चुकाना है। अगर आपके पास Secured Credit Card है तो आपको 2.75 % Monthly Finance charge यानी 33% सालाना की रेट से चार्ज देना होगा लेकिन अगर आपका कार्ड Unsecured है तो आपको 3.5% monthly यानी 42% सालाना की रेट से फाइनेंस चार्ज देना होगा। यह चार्ज मिनिमम 25 रुपए होता है।
यह भी पढ़ें क्रेडिट कार्ड क्या होता है? इसके क्या फायदे हैं ? Credit card meaning in Hindi
फीस और चार्ज पर जीएसटी
क्रेडिट कार्ड हमसे जो तरह-तरह के चार्ज लेता है उन पर जीसटी भी लगता है। जैसे मान लीजिए कि आप क्रेडिट कार्ड का यूज करके पेट्रोल भरवाते हैं तो आपको उसमें फ्यूल सरचार्ज देना पड़ता है इस फ्यूल सरचार्ज के उपर GST लगेगा।
दोस्तों यहां पर गौर करने वाली बात ये है कि GST ट्रांजेक्शन अमाउंट पर नहीं बल्कि उस पर लगने वाले चार्ज पर लगता है। जैसे अगर आपने 1000 का पेट्रोल भरवाया और उस पर 1.5% यानी 15 रुपए फ्यूल सरचार्ज लगा तो जीएसटी 15 रुपए पर लगेगा न कि 1000 रुपए पर।
इसी तरह अगर लेट पेमेंट फीस पांच सौ रुपए है तो असल में हमें 590 रुपए भरना पड़ेगा। इसी तरह एन्युअल फीस, ज्वाइनिंग फीस, फाइनेंसिग चार्ज पर जीएसटी लगता है।
दोस्तों कुछ समय पहले तक इंटरेस्ट पर GST नहीं लगता था लेकिन अब इंटरेस्ट को फाइनेंस चार्ज कहा जाने लगा है और इसमें भी GST लगता है। क्रेडिट कार्ड चार्जेस पर 18% की रेट से GST लगता है।
Fuel Surcharge
कुछ खास जगह पर जब आप क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करते हैं तो एक्स्ट्रा चार्ज देना पड़ता है। ऐसा ही एक चार्ज फ्यूल सरचार्ज।
दोस्तों जब भी आप अपनी गाड़ी में पेट्रोल या डीजल भरवाते हैं और उसका पेमेंट क्रेडिट कार्ड से करते हैं तो फ्यूल सरचार्ज देना पड़ता है। ये सरचार्ज क्रेडिट कार्ड के बिल में जोड़ दिया जाता है। इसलिए पेमेंट करते समय इसका पता नहीं चलता है।
दरअसल जब हम कोई शॉपिंग करते हैं तो क्रेडिट कार्ड कंपनियां दुकानदार से मर्चेंट डिस्काउंट रेट के तौर पर कमीशन लेती हैं। यही उनकी सबसे बड़ी कमाई होती है। लेकिन पेट्रोलियम कंपनियां इस तरह का कोई कमीशन नहीं देती हैं। यानी पेट्रोल-डीजल भराने पर क्रेडिट कार्ड कंपनियों को कमाई का नुकसान होता है।
अपने इसी नुकसान की भरपाई के लिए क्रेडिट कार्ड कंपनियां फ्यूल सरचार्ज लगाती हैं। और ये सरचार्ज क्रेडिट कार्ड होल्डर को देना पड़ता है। आमतौर पर ये चार्ज ट्रांजेक्शन अमाउंट का 1% से 3% तक होता है। फ्यूल सरचार्ज पर 18% GST भी लगता है।
हालांकि कुछ कम्पनियां क्रेडिट कार्ड से डीजल या पेट्रोल भरवाने को बढ़ावा देने के लिए फ्यूल सरचार्ज में कुछ छूट देती हैं।
Cash Withdrawal Charge
दोस्तो क्रेडिट कार्ड आपको कैश निकालने की सुविधा भी देता है। यानी कि जरूरत पड़ने पर आप क्रेडिट कार्ड की मदद से एटीएम से पैसे निकाल सकते हैं। लेकिन ये तरीका काफी महंगा होता है। क्योंकि क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने पर आपको एक्स्ट्रा चार्ज देना पड़ता है। इसे Cash Advance Fees भी कहा जाता है।
क्रेडिट कार्ड कम्पनियां आमतौर पर निकाले गए अमाउंट का 3% से 5% प्रतिशत कैश एडवांस चार्ज के रुप में लेती हैं। इसमें आपको Interest free Credit Period नहीं मिलता है इसका मतलब ये चार्ज उसी दिन से लगता है जिस दिन आप कैश निकालते हैं। इसके अलावा इसमें फाइनेंस चार्ज भी जुड़ता है।
अगर आपके पास SBI का क्रेडिट कार्ड है तो आप अपनी क्रेडिट लिमिट का 80% तक कैश एडवांस के रूप में निकाल सकते हैं। अगर आपके पास गोल्ड या Titanium कार्ड है तो आप एक दिन में 12 हजार रुपए कैश निकाल सकते हैं। अगर आपके पास Platinum Prime, Elite कार्ड्स हैं तो आप एक दिन में 15 हजार रुपए तक निकाल सकते हैं।
SBI क्रेडिट कार्ड कैश निकालने पर ट्रांजेक्शन अमाउंट का 2.5% एडवांस कैश फीस लेता है जो कि मिनिमम 500 रुपए हो सकती है।
इसीलिए यह सलाह दी जाती है कि क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने से जितना हो सके उतना बचना चाहिए।
Over Limit Charge
दोस्तों ये एक ऐसा चार्ज है जिसको लेकर आपको सावधान रहने की जरुरत है। ओवर लिमिट चार्ज तब लगता है जब आप अपनी क्रेडिट लिमिट से अधिक खर्च कर देते हैं।
मान लीजिए आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट 40 हजार है। आप कुछ सामान खरीदने गए और आपने 45 हजार की पेमेंट कर दी। ऐसे में आपकी पेमेंट तो हो जाएगी लेकिन उसके लिए आपको ओवर लिमिट चार्ज भरना पड़ेगा।
सभी बैंक और क्रेडिट कार्ड कम्पनियां अलग अलग Over Limit Charge लेती हैं। ये इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपने कितनी राशि लिमिट से ज्यादा खर्च की है। और आप कौन से टाइप का क्रेडिट कार्ड यूज कर रहे हैं।
अगर आप SBI का क्रेडिट कार्ड यूज करते हैं तो आपको लिमिट से ज्यादा खर्च किए गए अमाउंट का 2.5% ( कम से कम ₹600) Over Limit Charge देना पड़ेगा। ट्रांजेक्शन कैंसिल होने या रिफंड होने पर ओवर लिमिट चार्ज वापस नहीं होता है।
Foreign Transaction Charge
दोस्तों आजकल क्रेडिट कार्ड कम्पनियां ये तो बताती हैं कि उनका कार्ड दुनिया भर में कहीं भी यूज किया जा सकता है लेकिन वो ये नही बताती हैं कि विदेशी करेंसी में पेमेंट करने पर आपको एक्स्ट्रा चार्ज लगेगा।
ये चार्ज आपको ट्राजेक्शन अमाउंट के कुछ % के रुप में देना पड़ता है। सभी बैंकों और क्रेडिट कार्ड्स के चार्ज अलग अलग होते हैं। SBI कार्ड्स में ये चार्ज 3.5 % है। रिफंड की स्थिति में ये चार्ज वापस नही होता है।
मान लीजिए आपने क्रेडिट कार्ड का यूज करके 30 डॉलर खर्च करते हैं तो बैंक इस अमाउंट को उस दिन के रेट के हिसाब से इंडियन रुपए में कन्वर्ट करेगा फिर उस पे Foreign Currency Mark Up फीस और GST लगाकर बिल में जोड़ देगा।
रेलवे टिकट पर सरचार्ज
दोस्तों अगर आप क्रेडिट कार्ड का यूज करके रेल टिकट खरीदते हैं तो उसके लिए आपको सरचार्ज देना पड़ता है। अगर आप SBI का कार्ड उपयोग करते हैं और रेलवे काउंटर से टिकट लेते हैं तो आपको ₹30+ ट्रांजेक्शन अमाउंट का 2.5% सरचार्ज के रुप में चुकाना पड़ेगा वहीं अगर आप IRCTC की वेबसाइट से टिकट खरीदते हैं तो आपको ट्रांजेक्शन अमाउंट का 1% + अन्य टैक्स सरचार्ज के रुप में देना होगा।
अन्य चार्जेज
इसके अलावा क्रेडिट कार्ड पर कुछ और चार्ज भी लगते हैं जैसे यदि आपका क्रेडिट कार्ड खो जाता है तो नया कार्ड बनवाने पर आपको चार्ज देना पड़ेगा।
- अगर आपने क्रेडिट कार्ड के बिल को पे करने के लिए चेक लगाते हैं और चेक बाउंस हो जाता है तो इसके लिए आपको कुछ अलग से चार्ज भरना पड़ेगा।
- अगर आप कैश से क्रेडिट कार्ड का बिल पेमेंट करते हैं तो आपको कैश पेमेंट फीस भी देनी पड़ती है। SBI क्रेडिट कार्ड की कैश पेमेंट फीस ₹250 है।
- अगर आप चेक से क्रेडिट कार्ड का बिल भरते हैं तो इसके लिए आपको Cheque Payment Fees देनी पड़ती है। एसबीआई क्रेडिट कार्ड्स 100 रुपए चेक पेमेंट फीस वसूलते हैं।
- अगर आपके अकाउंट में पैसे न होने पर पेमेंट नहीं हो पाती है तो आपको Payment Dishonor Fees देनी पड़ती है। एसबीआई क्रेडिट कार्ड्स में ये फीस पेमेंट अमाउंट का 2% और कम से कम ₹500 होती है।
- अगर आप क्रेडिट कार्ड का यूज करके Customs Duty का पेमेंट करते हैं तो ट्रांजेक्शन अमाउंट का 2.25% या मिनिमम ₹75 सरचार्ज देना होता है।
दोस्तों क्रेडिट कार्ड में कई सारे चार्जेस लगते हैं लेकिन इसको बनवाने के कई फायदे भी हैं। क्रेडिट कार्ड में लगने वाले कई चार्जेस से बचने का सबसे बेहतर तरीका होगा कि आप अपना बिल समय से भर दें, अपने क्रेडिट लिमिट से ज्यादा खर्च न करें और समझदारी के साथ इसका उपयोग करें।