NSC कैलकुलेटर से मैच्योरिटी अमाउंट पता करने के लिए आपको सिर्फ दो फैक्ट बताने होते हैं। पहला डिपॉजिट अमाउंट और दूसरा इन्ट्रेस्ट रेट।
NSC मैच्योरिटी अमाउंट कैसे कैलकुलेट करें (How to calculate NSC Maturity Amount)
हमने इस NSC कैलकुलेटर में पहले से ही चार डिपॉजिट अमाउंट को रख दिया है। आप इसमें से कोई अमाउंट चूज करके उसका मैच्योरिटी अमाउंट जान सकते हैं। या फिर आप अपना डिपॉजिट भी भर सकते हैं। उसका भी मैच्योरिटी अमाउंट तुरंत पता चल जाएगा।
इस NSC कैलकुलेटर में हमने ब्याज दर पहले से डाल दिया है। ये ब्याज दर 30 जून 2024 तक के लिए है। उसके बाद वाली दर हम अपडेट कर देंगे लेकिन अगर हमसे छूट जाता है तो आप खुद NSC की नई ब्याज दर डालकर मैच्योरिटी अमाउंट पता कर सकते हैं।
NSC की ब्याज दर कितनी है (NSC Interest Rate)
फिलहाल सरकार नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर 7.7% सालाना की दर से ब्याज दे रही है। ये दर 30 जून 2024 तक के लिए है।
सरकार NSC के साथ-साथ सभी पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम की ब्याज दर की हर तीन महीने पर समीक्षा करती है। हर तिमाही के शुरू होने से पहले नई ब्याज दरों क एलान किया जाता है। इसलिए हर तीन महीने पर ब्याज दर बदलने की संभावना होती है।
हालांकि इस बात का ख्याल रखिएगा कि नई ब्याज दर पुराने इन्वेस्टमेंट पर लागू नहीं होता है। यानी निवेश के साथ ही आपका मैच्योरिटी अमाउंट तय हो जाएगा और उसमें कोई बदलाव नहीं होगा।
NSC के ब्याज की कंपाउंडिंग सालाना होती है। यानी ब्याज की रकम एक साल बाद मूलधन में जुड़ जाती है।
NSC कैलकुलेटर में निवेश की सीमा (NSC Deposit Limits)
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में आपको कम से कम 1000 रुपए जमा करना होगा। इसमें अधिकतम जमा की कोई सीमा नहीं है। यानी आप चाहे जितना पैसा जमा कर सकते हैं। NSC कैलकुलेटर में भी इस सीमा का ख्याल रखा गया है।
आप NSC के एक से ज्यादा अकाउंट भी खुलवा सकते हैं इस पर भी कोई लिमिट नहीं है।
इस स्कीम में पैसा 5 साल के लिए जमा होता है और इसे आप उससे पहले नहीं निकाल सकते हैं।
NSC पर टैक्स छूट (Tax Deduction)
NSC में निवेश करने पर सरकार टैक्स छूट देती है। आप इस स्कीम में जितना पैसा जमा करेंगे उतना पैसा आपकी टैक्सेबल इनकम से घटा दिया जाएगा इस तरह आपकी टैक्स देनदारी कम हो जाती है।
NSC को टैक्स छूट का ये फायदा सेक्शन 80C के तहत मिलता है। इस सेक्शन के तहत अधिकतम 1.5 लाख तक के निवेश पर ही टैक्स छूट मिलती है।
NSC में निवेश पर भले ही टैक्स छूट मिलती है लेकिन इससे जो ब्याज का फायदा होता है वो टैक्सेबल होता है। यानी वो हर साल आपकी टैक्सेबल इनकम में जोड़ा जाएगा। हालांकि इस स्कीम में टीडीएस नहीं कटता है। यानी आपको बाद में खुद कैलकुलेट करके टैक्स देना है।
हर साल कितना ब्याज बनेगा इसे जानने के लिए आप हमारे नीचे दिए कैलकुलेटर का यूज कर सकते हैं।
NSC से मिलती जुलती एक और पोस्ट ऑफिस की डिपॉजिट स्कीम है। पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट में भी 5 साल का ऑप्शन मिलता है। इसकी ब्याज दर थोड़ा कम है लेकिन इसमें हर तीन महीने पर कंपाउंडिंग होती है। इसलिए अंत में टाइम डिपॉजिट ज्यादा फायदेमंद है।