सुकन्या समृद्धि योजना बहुत पापुलर हो चुकी है। शहर हो या गांव हर जगह आपको इसमें पैसा जमा करने वाले लोग मिल जाएंगे। ये सरकारी स्कीम है और इसमें अच्छा ब्याज मिलता है। लेकिन इसके साथ ही आपको इस स्कीम के नियम को भी अच्छी तरह जान लेना चाहिए।
1. किसके लिए है सुकन्या योजना | Who is Sukanya Yojana for?
सुकन्या योजना सिर्फ लड़कियों के लिए है। लड़के इस योजना का फायदा नहीं ले सकते हैं।
मोदी सरकार ने 22जनवरी 2015 को इस योजना को लॉन्च किया था। ये अकाउंट बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे के तहत शुरू किया गया था।
कोई भी माता-पिता सिर्फ अपनी दो लड़कियों के लिए इस अकाउंट को खुलवा सकते हैं। अगर पहली बेटी के बाद दो जुड़वा लड़कियां होती हैं तो तीनों लड़कियों का सुकन्या अकाउंट खुल जाएगा।
इस स्कीम का मकसद लड़की की पढ़ाई और शादी के लिए अच्छी रकम इकट्ठा करना है। लेकिन इसके लिए पैसा आपको ही जमा करना होगा। सरकार अपनी ओर से इस अकाउंट में कुछ भी नहीं जमा करती है।
2. अधिकतम उम्र का नियम | Maximum age rule
ये योजना छोटी बच्चियों के लिए है। लड़की के जन्म होने के कुछ दिन बाद ही आप इस अकाउंट को ओपन कर सकते हैं।
इस योजना के तहत 10 साल से कम उम्र की लड़कियों के नाम से अकाउंट खुल सकता है। लड़की अगर दस साल या उससे ज्यादा की हो जाती है तो फिर इस योजना का फायदा नहीं मिलेगा।
हालांकि बड़ी लड़कियों के लिए आप पीपीएफ अकाउंट खुलवा सकते हैं। ये भी सरकारी स्कीम है बस इसका इन्ट्रेस्ट रेट सुकन्या से कम होता है। इसके अलावा सरकार ने एक शॉर्ट टर्म डिपॉजिट की स्कीम भी शुरू की है। इसका नाम है महिला सम्मान योजना। इस पर भी अच्छा ब्याज मिलता है।
3. खाता कौन खुलवा सकता है | Who can open an account
किसी लड़की के लिए सुकन्या समृद्धि योजना का अकाउंट केवल उसके गार्जियन ही खुलवा सकते हैं। ये माता-पिता में से कोई भी हो सकता है।
किसी और को खाता खुलवाने का हक नहीं है। माता-पिता के होते हुए कोई और लड़का का खाता नहीं खुलवा सकता है
खाता खुलवाते समय गार्जियन का पूरा KYC होगा। यानी उनके पता और पहचान का सबूत लगेगा।
4. योजना की मैच्योरिटी | Maturity of the scheme
सुकन्या योजना की मैच्योरिटी में लंबा समय लगता है। बड़ी रकम इकट्ठा करने के लिए मैच्योरिटी की लंबी अवधि जरूरी है।
सुकन्या योजना 21 साल में मैच्योर होती है। मतलब खाता खुलवाने के 21 साल बाद ही आपको अकाउंट का पूरा पैसा मिलेगा।
अकाउंट की मैच्योरिटी का लड़की की उम्र से कोई लेना-देना नहीं है। अगर अगर आप नौ साल की लड़की का अकाउंट खुलवाते हैं तो वो 30 साल की उम्र में मैच्योर होगा। इसलिए बेहतर है कि आप जल्दी से जल्दी लड़की का अकाउंट खुलवा लें।
5. न्यूनतम और अधिकतम डिपॉजिट | Deposit limits
सुकन्या योजना में पैसा जमा करने की लिमिट होती है। आप चाहे जितना पैसा नहीं जमा कर सकते हैं।
हर साल आपको कम से कम 250 रुपए जमा करना होगा। इस लिमिट को काफी कम रखा गया है ताकि गरीब-गरीब आदमी भी इसका खाता खुलवा सके
इस अकाउंट में आप किसी एक साल में ज्यादा से ज्यादा 1.5 लाख रुपए ही जमा कर सकते हैं। ये लिमिट टैक्स छूट के लिमिट के बराबर रखी गई है।
इस योजना में डिपॉजिट अमाउंट 50 रुपए के मल्टीपल में होना चाहिए। मतलब आखिरी दो अंक या तो 50 होने चाहिए या फिर 00 (जीरो-जीरो)
6. पूरा पैसा निकालने का नियम | Full withdrawal rule
सुकन्या अकाउंट में पूरा पैसा आप केवल दो स्थितियों में निकाल सकते हैं।
- अकाउंट 21 साल पुराना हो जाए। ऐसे में अकाउंट मैच्योर हो जाएगा और आप अपना पूरा पैसा निकाल सकते हैं।
- अगर लड़की की शादी हो रही है तो भी पूरा पैसा निकाला जा सकता है। लेकिन इसके लिए शादी के वक्त लड़की की उम्र कम से कम 18 साल जरूर होनी चाहिए।
पैसा शादी के वक्त ही निकलेगा अगर शादी के तीन महीने बाद पैसा निकालने की कोशिश करेंगे तो नहीं निकलेगा और फिर मैच्योरिटी का इंतजार करना होगा। मैच्योरिटी पर आपको कितना पैसा मिलेगा इसे चेक करने के लिए आप हमारे सुकन्या योजना कैलकुलेटर का यूज कर सकते हैं।
7. कुछ पैसा निकालने का नियम | Rule to withdraw some money
लड़की की पढ़ाई के लिए आप मैच्योरिटी से पहले भी पैसा निकाल सकते हैं
- पढ़ाई के लिए अकाउंट बैलेंस का आधा पैसा निकाला जा सकता है।
- लड़की ने या तो दसवीं पास कर लिया हो या फिर 18 साल की हो गई हो
- सबूत के तौर पर एडमिशन लेटर या फीस स्लिप लगेगी
- पैसा एक साथ या सालाना किस्तों में भी लिया जा सकता है।
दोस्तों ये ख्याल रखिएगा कि सुकन्या योजना से पैसा निकालने के लिए कुछ और नियमों का ध्यान रखना होगा
8. ब्याज का हिसाब | Interest calculation
सुकन्या योजना सरकारी योजना है और वही इस पर ब्याज देती है।
- हर तीन महीने पर बाकी सेविंग स्कीम के साथ इसके ब्याज दर की भी समीक्षा होती है।
- आमतौर पर इसकी ब्याज दर बाकी सभी स्कीमों से ज्यादा होती है।
- फिलहाल सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर 8.2% सालाना है। सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम की ब्याज दर भी इतनी ही है।
- सुकन्या समृद्धि में ब्याज का कैलकुलेशन हर महीने होता है। किसी महीने की 6 तारीख और आखिरी तारीख के दौरान जो न्यूनतम बैलेंस होता है उस पर ब्याज कैलकुलेट होता है
- पूरा ब्याज फाइनेंशियल ईयर के अंत में अकाउंट में जमा किया जाता है। यानी ब्याज की सालाना कंपाउंडिंग होती है।
सुकन्या योजना के अच्छे ब्याज की बदौलत आप इससे करीब सत्तर लाख रुपए का फंड जमा कर सकते हैं। इतना पैसा जमा करने के लिए हर महीने ₹12,500 जमा करना होगा। अगर आप इससे कम यानी ₹5000, ₹2000, या ₹3000 जमा करेंगे तो उसका कैलकुलेशन दूसरा होगा।
9. कहां खुलेगा खाता | Where will the account be opened
ये स्कीम पीपीएफ स्कीम की तरह काम करती है। अकाउंट खुलवाने के लिए वही नियम हैं जो पीपीएफ अकाउंट में होते हैं।
- सुकन्या समृद्धि योजना का अकाउंट पोस्ट ऑफिस में खुलता है। जिस भी पोस्ट ऑफिस में सेविंग अकाउंट खुलता है वहां सुकन्या योजना का अकाउंट भी खुल जाएगा।
- सुकन्या योजना का अकाउंट बैंक में भी खुल जाता है। सभी बड़े बैंक इसका खाता खोलते हैं। वो सभी बैंक जो पीपीएफ अकाउंट का खाता खोलते हैं वो सुकन्या योजना का अकाउंट भी खोलते हैं। जैसे आप SBI, ICICI, HDFC और PNB में इसका खाता खोल सकते हैं। अकाउंट खोलने के लिए आपको सुकन्या का फॉर्म भरना होगा।
- कई बैंक ऑनलाइन अकाउंट खोलने की सहूलियत भी देते हैं।
10. टैक्स बचत का नियम | Tax Saving Rules
सुकन्या समृद्धि योजना में पैसा जमा करने से गार्जियन को टैक्स बचत होती है।
- इस योजना के सेक्शन 80C के तहत टैक्स डिडक्शन का फायदा दिया गया है। इस अकाउंट में हर फाइनेंशियल ईयर में जितना पैसा जमा करेंगे उतने पैसे पर टैक्स छूट मिल जाएगी
- सुकन्या योजना में मिलने वाले ब्याज पर भी किसी तरह का टैक्स नहीं लगता है। ये टैक्स फ्री होता है।
- सुकन्या योजना की मैच्योरिटी पर जो भी बड़ी रकम मिलेगी उस पर भी कोई टैक्स नहीं लगता है।
टैक्स ट्रीटमेंट के मामले में सुकन्या योजना बिल्कुल पीपीएफ योजना की तरह है। लेकिन इसकी ब्याज दर पीपीएफ के ब्याज दर से काफी ज्यादा है। इसलिए अगर आपके घर में बिटिया है तो आपके लिए ये स्कीम सबसे अच्छी है।