दोस्तों तकरीबन 20 सालों बाद टाटा ग्रुप की एक नई कम्पनी शेयर मार्केट में लिस्ट होने जा रही है। इस नई कंपनी का नाम है टाटा टेक्नोलॉजी। ये कंपनी अभी तक टाटा मोटर्स का हिस्सा थी। लेकिन अब इसे टाटा मोटर्स से अलग करके नई कंपनी के तौर पर लिस्ट कराया जा रहा है। ये कंपनी टाटा मोटर्स को टेक्नोलॉजी सपोर्ट देती है।
चूंकि टाटा ग्रुप पिछले कई सालों से अपनी कम्पनियों के माध्यम से इन्वेस्टर्स को अच्छा खासा मुनाफा दिला चुका है इसलिए इसको लेकर निवेशकों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। आइए इस आर्टिकल में जानते हैं इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां ।
IPO क्या होता है क्यों जारी किया जाता है
IPO का मतलब है initial public offering । जब कोई कम्पनी पहली बार पब्लिक को हिस्सेदारी ऑफर करती है तो इसे IPO कहा जाता है। जब कम्पनियों को फंड की आवश्यकता होती है तो कम्पनियाँ इन्वेस्टर्स को IPO के जरिए हिस्सेदारी बेचती हैं। मतलब इन्वेस्टर्स को उस कंपनी के शेयर मिल जाते हैं।
अब इन शेयरों को इन्वेस्टर्स शेयर बाजार में खरीद बेच सकते हैं। लेकिन उससे पहले कंपनी को शेयर बाजार में लिस्ट कराना होता है। इसीलिए IPO लाने के बाद कंपनी शेयर बाजार में खुद को लिस्ट भी कराती है। उसके बाद ही निवेशक उस कंपनी के शेयर को आसानी से खरीद और बेच सकते हैं।
TATA technology किसकी कम्पनी है क्या करती है
Tata Technologies टाटा ग्रुप की ही कम्पनी है । टाटा ग्रुप लगभग 20 साल बाद IPO जारी कर रहा है। इसका IPO टाटा मोटर्स के द्वारा ऑफर किया जा रहा है। कम्पनी का काम टाटा मोटर्स,जगुआर लैंड रोवर जैसी कम्पनियों को software solution देना है।
यानी ये कंंपनी कार बनाने वाली कम्पनियों को साफ्टवेयर से सम्बन्धित सुविधाएं देती है। आसान भाषा में कहा जाए तो कारों में जितनी सॉफ्टवेयर से रिलेटेड काम होते हैं उनको ये कम्पनी करती है। जैसे किसी भी सुविधा के लिए कौन सा सॉफ्टवेयर बनाया जाएगा, उसकी डिजाइन कैसी होगी बनने के बाद भी अगर कोई समस्याएं आती हैं तो उनको कैसे दूर किया जाएगा वगैरह। वैसे भी आप ये जानते ही होंगे कि नए जमाने की कार में टेक्नोलॉजी और कंप्यूटर का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है। ऐसेमें टाटा टेक्नोलॉजी के लिए मौके बढ़ेंगे।
इश्यू कब आएगा, लिस्ट कब होगा
TATA Technology का IPO 22 नवम्बर को आएगा । इसमें आप 22 नवम्बर बुधवार से 24 नवम्बर शुक्रवार तक इनवेस्ट कर सकते हैं। निवेशकों के डीमैट अकाउंट में शेयर 27-28 नवंबर के दौरान आ सकते हैं । TATA Technologies का IPO 29 नवंबर को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी NSE और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी BSE में लिस्ट हो सकता है। उसके बाद यह ओपन मार्केट में आ जाएगा यानी इन्वेस्टर्स इसके शेयर को खरीद या बेच सकते हैं ।
टाटा टेक्नोलॉजी इस IPO के जरिए करीब 6 करोड़ शेयर निवेशकों को बेच रही है। इस IPO से कंपनी को करीब 3042 करोड़ रुपए मिलेंगे।
प्राइस बैंड क्या होगा, कितना पैसा लगा सकते हैं
टाटा टेक्नोलॉजी का प्राइस बैंड 475-500 रुपए रहेगा। यानी एक शेयर की कीमत 475-500 रुपए हो सकती है। हालांकि इसकी डिमांड को देखते हुए लग रहा है कि शेयर 500 रुपए पर ही बिक जाएगा।
IPO में Lot size के हिसाब से बोली लगाई जाती है। टाटा टेक के एक लॉट में 30 शेयर होंगे।
यानी आपको कम से कम से 30 शेयर के लिए बोली लगानी होगी । एक शेयर का अधिकतम भाव 500 रुपये है। यानी आपको एक लॉट की बोली लगाने के लिए कम से कम 15,000 रुपये निवेश करने होंगे।
इसके अलावा आप लॉट साइज के गुणक में ही शेयर खरीद सकते हैं। यानी कि आप 30, 60, 90, 120 की संख्या में शेयर खरीद सकते हैं।
आप रेगुलर इन्वेस्टर या शेयरहोल्डर के तौर पर इसमें 2 लाख रुपए तक इन्वेस्ट कर सकते हैं । इसके अलावा अगर आप कम्पनी के कर्मचारी के तौर पर निवेश कर रहै हैं तो आप अधिकतम 5 लाख रुपए तक लगा सकते हैं।
इस IPO में निवेश करने के लिए आप UPI का भी यूज कर सकते हैं। IPO के लिए UPI पेमेंट की लिमिट भी बढ़ा दी जाती है। इसलिए आप निश्चिंत होकर निवेश कर सकते हैं।
10% शेयर टाटा मोटर्स के निवेशकों के लिए आरक्षित
टाटा टेक ने अपने आईपीओ में करीब 60.85 लाख शेयर टाटा मोटर्स के शेयरधारकों के लिए आरक्षित रखा है। इसका मतलब है कि अगर आपके पास टाटा मोटर्स के शेयर हैं,तो आप इस कोटे में भी आईपीओ के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए 20.28 लाख शेयर आरक्षित रखा है।
कितना मुनाफा होने की उम्मीद है
दोस्तों कोई कम्पनी शेयर मार्केट में मुनाफा देगी या नुकसान ये कहना थोड़ा मुश्किल काम है क्योंकि हाल ही में हमने देखा है कि कुछ कम्पनियां IPO लाने के बाद अच्छा कर रही हैं तो पेटीएम जैसी कुछ बड़ी कम्पनियां भी घाटे में चली जाती हैं। ये सारा खेल इस बात पर डिपेंड करता है कि इन्वेस्टर्स को कम्पनी पर कितना भरोसा है।
अगर बात टाटा टेक की करें तो इससे निवेशकों को फायदे की उम्मीद हो सकती है । क्योंकि इसके साथ टाटा ग्रुप का नाम जुड़ा हुआ है जो अपनी अलग अलग कम्पनियों के माध्यम से इन्वेस्टर्स को फायदा पहुंचाते रहें । इसके अलावा टाटा ने इसका वैल्यूशन भी बहुत ज्यादा नहीं रखा है। इसलिए शेयर बहुत महंगा नहीं है। ऐसे में फायदा होने की संभावना बढ़ जाती है।
ग्रे मार्केट में टाटा टेक्नोलॉजी के शेयर के लिए 70% का प्रीमियम मिल रहा है । ये इस बात का संकेत है कि शेयर बाजार में इसकी अच्छी लिस्टिंग होगी। और निवेशक पहले दिन ही करीब 50-70% का मुनाफा कमा सकते हैं।
IPO आने से पहले ग्रे मार्केट में लोग अनौपचारिक तौर पर किसी शेयर के लिए बोली लगाते हैं। इससे IPO की डिमांड का पता चलता है हालांकि इसे बहुत भरोसेमंद नहीं माना जाता है। अगर मार्केट कंडीशन बिगड़े तो लिस्टिंग खराब भी हो सकती है।
अगर TATA Tech की वित्तीय स्थिति देखें तो यह कम्पनी पिछले कुछ सालों में काफी अच्छा कर रही है।अगर वित्तवर्ष 2021 और 2023 के बीच इसका रेवेन्यू 36% वार्षिक की रेट से बढ़कर 4414 करोड़ हो गया है और नेट प्रॉफिट भी लगभग 45% बढ़कर 624 करोड़ हो गया है। इससे ये कहा जा सकता है कि इसमें निवेश करने पर फायदा हो सकता है।
शेयर मिलने की कितनी संभावना है
टाटा नाम जुड़े होने की वजह से रिटेल निवेशकों के बीच इस IPO की डिमांड काफी ज्यादा होने वाली है। इश्यू का साइज भी छोटा है इसलिए आम निवेशकों को इसके शेयर मिलने की संभावना उतनी अच्छी नहीं रहेगी। कोटा होने की वजह से टाटा मोटर्स के कर्मचारियों को जरूर इसका फायदा होगा और उन्हे शेयर मिलने की संभावना ज्यादा है। अगर आप टाटा मोटर्स के निवेशक हैं तो भी आपके लिए टाटा टेक्नोलॉजी का शेयर मिलने की संभावना ज्यादा है। क्योंकि 10% शेयर टाटा मोटर्स के निवेशकों के लिए आरक्षित हैं।
कितना जोखिम हो सकता है
अगर देखा जाए तो पिछले फाइनेंशियल ईयर में कम्पनी के कुल रेवेन्यू का 73 % टॉप 5 ग्राहकों से आया है इसके अलावा टाटा टेक की 40% कमाई अपने ही ग्रुप की दो कंपनियों टाटा मोटर्स और जगुआर लैंडरोवर से
आती है। एक ही जगह से अधिकतर रेवेन्यू आने का नुकसान यह है कि अगर इन कंपनियों को किसी मुश्किलों का सामना करना पड़ा तो , उससे टाटा टेक भी घाटे में चली जाएगी।