सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम (Senior Citizen Savings Scheme) बुजर्गों के लिए बेहतरीन योजना है। इससे वो रेगुलर इनकम (regular income) का इंतजाम कर सकते हैं। इसके अलावा भी इस स्कीम से कई फायदे हैं। दूसरी सेविंग स्कीम और बाजार में अवलेबल पेंशन स्कीम (pension schemes) से ये कई मायनों मे बेहतर है। आइए इस सरकारी स्कीम के दस सबसे बड़े फायदों (10 biggest advantages) को समझते हैं।
1. सीनियर सिटिजन के लिए नियमित आय (Regular Income for Elderly)
इस स्कीम में पैसा लगाने पर रेगुलर इनकम होती है। यहां हर 3 महीने पर एक फिक्स्ड अमाउंट (fixed amount) दिया जाता है।
दरअसल इस स्कीम से मिलने वाले ब्याज का पेमेंट (interest payment) हर तीसरे महीने कर दिया जाता है। इसमें से मिलने वाली ब्याज की तारीख पहले निश्चित होती है और इसमें कभी इधर-ऊधर नहीं होता है।
इस स्कीम का ब्याज अप्रैल, जुलाई, अक्टूबर और जनवरी की पहली तारीख को दिया जाता है। अगर पहली तारीख को रविवार या छुट्टी है तो अगले कार्यदिवस (Working day) पर पेमेंट हो जाएगा।
2. ऊंची ब्याज दर का फायदा ( Benefit of High Interest Rate )
इस स्कीम पर शानदार ब्याज मिलता है। आप तुलना करके देख लीजिए कही भी इतना अच्छा इन्ट्रेस्ट रेट (higher interest rate) नहीं मिलता है।
फिलहाल इस स्कीम पर 8.2% का इन्ट्रेस्ट रेट मिल रहा है। इसके मुकाबले अगर आप सरकारी बैंकों में एफडी (fixed deposit) करेंगे तो 7% का रेट मिलेगा। जबकि प्राइवेट बैंकों में 7.5% का इन्ट्रेस्ट रेट है। हम सीनियर सिटिजन को मिलने वाले रेट से कंपेरिजन कर रहे हैं।
इस स्कीम में आप जिस रेट पर एक बार निवेश कर देंगे मैच्योरिटी तक (until maturity) रेट वही रहेगा। यानी एक बार जितना तिमाही ब्याज फिक्स हो जाएगा वो ब्याज मैच्यरिटी तक मिलता रहेगा। यानी कोई टेंशन नहीं रहेगी।
हालांकि दोस्तों सरकार इस स्कीम की ब्याज दर की समीक्षा (quarterly review) हर तीन महीने पर करती रहती है इसलिए ब्याज दर ऊपर नीचे हो सकती है। लेकिन इसका पुराने इन्वेस्टमेंट पर कोई असर नहीं होता है। नई ब्याज दर नए निवेश (investment) के लिए होती है।
सीनियर सिटिजन के बराबर ब्याज दर सिर्फ सुकन्या योजना में मिलती है। इस स्कीम में आप 15 साल लगातार पैसे जमा करके अपनी लड़की के लिए 70 लाख रुपए का फंड तैयार कर सकते हैं।
3. जमा रकम वापस मिल जाती है (Return of Capital)
आमतौर पर हम लोगों को वो स्कीम अच्छी लगता है जिससे हमारी जमा रकम वापस मिल जाती है। सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम ऐसी ही एक स्कीम है।
इस स्कीम में आप जितना भी पैसा लगाते हैं वो मैच्योरिटी के वक्त पूरा मिल जाता है। यानी अगली पीढ़ी को देने के लिए आपकी पूंजी बची रहेगी।
4. टैक्स सेविंग का फायदा (Tax Benefit)
सरकार इस स्कीम पर टैक्स छूट (tax benefit) भी देती है। इस स्कीम में जितना पैसा लगाया जाता है उसके बदले सेक्शन 80सी के तहत टैक्स छूट मिल जाती है। हालांकि इस सेक्शन के तहत आप अधिकतम 1.5 लाख रुपए तक ही टैक्स छूट ले सकते हैं।
इस टैक्स छूट की वजह से उन लोगों को अच्छा फायदा होता है जिनकी सालाना कमाई (annual income) 7 लाख रूपए से ऊपर होती है। क्योंकि अगर कमाई 7 लाख रुपए से ऊपर हुई तो वो टैक्स के दायरे में आ जाएंगे। ऐसे में टैक्स बेनेफिट की वजह से उनकी टैक्स देनदारी (tax liability) कम हो जाएगी।
5. जल्दी मैच्योरिटी (Short Maturity Period)
सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम पैसा 5 साल के लिए लगाया जाता है। यानी 5 साल बाद आपका पूरा पैसा वापस मिल जाएगा। इस तरह आपको मैच्योरिटी के लेकर ज्यादा टेंशन नहीं होगी।
वहीं इसके मुकाबले कुछ दूसरी सरकारी स्कीमों की मैच्योरिटी (maturity period) की अवधि बहुत ज्यादा है। जैसे किसान विकास पत्र में करीब 10 साल में मैच्योरिटी होती है, पीपीएफ में 15 साल में मैच्योरिटी होती है और सुकन्या सेविंग स्कीम में तो 21 साल पर मैच्योरिटी होती है ।
6. पैसा पूरी तरह सुरक्षित (Safest Saving Scheme)
इस स्कीम में पैसा लगाकर आप निश्चिंत हो सकते हैं। इस स्कीम में पैसा डूबने का कोई खतरा नहीं है।
दरअसल ये सरकारी सेविंग स्कीम (Government saving scheme) है और आप जो भी पैसा जमा करेंगे वो सरकार के पास ही जाता है। इस स्कीम पर ब्याज देने की जिम्मेदारी भी सरकार की होती है।
इसलिए अगर आपका बैंक डूब भी जाता है तो भी आपका पैसा बचा रहेगा क्योंकि सरकार उस पैसे को हर हालत में लौटाएगी।
7. एक्सटेंशन की सुविधा (Can Extend Account)
सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम के ये भी बहुत अच्छा फायदा है। ये स्कीम 5 साल में मैच्योर होती है लेकिन उसके बाद आप आगे भी इस स्कीम में एक्सटेंड (account extension facility) करा सकते हैं। यानी आपको पैसा निकाल कर दोबारा लगाने (investment) की जरूरत नहीं है।
इस स्कीम को आप 3-3 साल के लिए एक्सटेंड कराते रह सकते हैं। पहले इस स्कीम को सिर्फ एक बार एक्सटेंड कराने की सुविधा थी लेकिन अब इस पर कोई लिमिट नहीं है।
एक्सटेंशन के समय जो ब्याज दर चल रही होगी उसी ब्याज दर पर आपके निवेश को एक्सटेंड किया जाएगा। पुराना रेट एक्सटेंशन के दौरान नहीं लागू होगा।
8. वक्त से पहले निकासी संभव (Advantage of Premature Withdrawal)
सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम से आप मैच्योरिटी से पहले भी पैसा निकाल सकते हैं। यानी जरूरत होने पर आप बेबस नहीं महसूस करेंगे।
मैच्योरिटी से पहले पैसा निकालनेकी इस सुविधा के लिए 6 महीने का इंतजार करना होगा। हालांकि ये भी ध्यान रखिएगा कि मैच्योरिटी से पहले पैसा निकालने पर पेनाल्टी लगती है।
9. कहीं भी निवेश कर सकते हैं (Invest from anywhere)
सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम सरकार की लघु बचत स्कीम (small savings scheme) है। ऐसी सभी स्कीम पोस्ट ऑफिस के जरिए चलाई जाती हैं।
लेकिन ये स्कीम पोस्ट ऑफिस के साथ-साथ बैंकों में भी अवलबेल है। यानी आप स्टेट बैंक (SBI) में भी सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम का अकाउंट खुलवा सकते हैं।
बैंक में इन्वेस्ट करने से फायदा ये होगा कि ये आपके सेविंग अकाउंट से लिंक हो जाएगा। इससे ब्याज आसानी से आपके अकाउंट में आ जाएगा और आप इसे आसानी से ट्रैक भी कर पाएंगे।
10. बड़ी रकम लगा सकते हैं (Higher Investment Limit)
एक साल पहले सरकार ने सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम की लिमिट भी बढ़ा दी है। इस बढ़ोतरी के बाद अब आप इस इस स्कीम में 30 लाख रुपए तक लगा सकते हैं।
अगर पति-पत्नी मिलकर अकाउंट खुलवाते हैं तो कुल 60 लाख रुपए तक जमा हो जाएगा। इस तरह इस स्कीम से आप हर तीन महीने पर 1,23,000 रुपए की इनकम पा सकते हैं।
कितना जमा करने पर कितना पैसा मिलेगा इसे समझने के लिए आप सीनियर सिटिजन कैलकुलेटर का यूज कर सकते हैं।
तो दोस्तों ये थे 10 सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम के 10 सबसे बड़े फायदे । इस स्कीम के नियम और इसमें निवेश करने के तरीके को समझने के लिए आप हमारे दूसरे पोस्ट को जरूर पढ़ें।