PPF यानी पब्लिक प्रॉविडेंट फंड अपने बेहतरीन इन्ट्रेस्ट रेट के लिए जाना जाता था। इसीलिए पोस्ट ऑफिस और SBI में इस स्कीम के लाखों अकाउंट हैं । इस स्कीम से जो ब्याज मिलता है उस पर टैक्स बेनेफिट भी मिलता है। फिलहाल टैक्स में बचत इस स्कीम का सबसे बड़ा आकर्षण है।
पीपीएफ की लेटेस्ट ब्याज दर | PPF Interest Rate and Calculator
पीपीएफ स्कीम की ब्याज दर आमतौर पर बहुत अच्छी रहती है। लेकिन आजकल सरकार इस स्कीम पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रही है।
फिलहाल 2024 में पीपीएफ स्कीम का इन्ट्रेस्ट रेट 7.1% सालाना है। ये इन्ट्रेस्ट रेट हर जगह एक ही रहता है फिर चाहे आपका अकाउंट पोस्ट ऑफिस में हो या फिर SBI या किसी दूसरे बैंक में।
पीपीएफ की ये ब्याज दर पूरे अकाउंट बैलेंस पर लागू होती है। इसका नए या पुराने डिपॉजिट से वास्ता नहीं होता है।
हर तीन महीने बाद इसके ब्याज दर में बदलाव की संभावना रहती है। सरकारी बाकी सेविंग स्कीम के साथ-साथ इसकी भी हर तीन महीने में समीक्षा करती है। इस समीक्षा के बाद अगले तीन महीने के लिए ब्याज दर तय किया जाता है।
उसी समीक्षा के हिसाब से मार्च 2024 तक यही इन्ट्रेस्ट रेट मिलेगा। उसके बाद रेट बढ़ने की संभावना होगी।
पीपीएफ की ब्याज दर पहले कैसे थी? Historical Interest Rates
पिछले 4 साल से पीपीएफ की ब्याज दर नहीं बढ़ी है। अप्रैल 2020 से पीपीएफ की ब्याज दर 7.1% पर टिकी हुई है।
2020 से पहले पीपीएफ पर बेहतरीन ब्याज दर मिलती थी। लेकिन इकोनॉमी में मंदी आई तो बैंक की ब्याज दरों के साथ-साथ इसकी ब्याज दर भी गिर गई ।
लेकिन अब तो SBI और दूसरे बैंकों की एफडी की ब्याज दरें भी बढ़ गई हैं लेकिन इस स्कीम की दरें वहीं पर अटकी हुई हैं। यहां तक कि दूसरी सरकारी सेविंग स्कीम की दरें भी बढ़ गई हैं।
वैसे एक जमाना था जब पीपीएफ पर 12% का इन्ट्रेस्ट रेट भी मिलता था। हालांकि उसके बाद जैसे-जैसे महंगाई पर लगाम लगती गई पीपीएफ की ब्याज दरें भी नीचे आ गईं।
Historical Rate | of | PPF |
---|---|---|
Period | Rate (%) | Limit |
01.04.1999 to 14.01.2000 | 12 | 60000 |
15.01.2000 to 28.02.2001 | 11 | 60000 |
01.03.2001 to 28.02.2002 | 9.50 | 60000 |
01.03.2002 to 31.03.2002 | 9.00 | 60000 |
01.04.2002 to 28.02.2003 | 9 | 70000 |
01.03.2003 to 31.03.2011 | 8 | 70000 |
01.04.2011 to 30.11.2011 | 8 | 100000 |
01.12.2011 to 31.03.2012 | 8.60 | 100000 |
01.04.2012 to 31.03.2013 | 8.80 | 100000 |
01.04.2013 to 31.03.2014 | 8.70 | 100000 |
01.04.2014 to 31.03.2016 | 8.70 | 150000 |
01.04.2016 to 30.09.2016 | 8.10 | 150000 |
01.10.2016 to 31.03.2017 | 8 | 150000 |
01.04.2017 to 30.06.2017 | 7.90 | 150000 |
01.07.2017 to 30.09.2017 | 7.80 | 150000 |
01.01.2018 to 30.09.2018 | 7.60 | 150000 |
01.10.2018 to 30.06.2019 | 8.00 | 150000 |
01.07.2019 to 31.03.2020 | 7.90 | 150000 |
01.04.2020 to 31.03 2024 | 7.10 | 150000 |
ब्याज दर की गणना | Calculating Interest
पीपीएफ में हर महीने का ब्याज कैलकुलेट किया जाता है। किसी महीने की 6 तारीख से लेकर महीने के आखिरी दिन के बीच जो सबसे कम अकाउंट बैलेंस होता है उसी पर ब्याज दिया जाता है।
मासिक ब्याज देने के लिए सालाना ब्याज दर को 12 से भाग दिया जाता है । इस तरह 7.1% सालाना रेट के हिसाब से इसके एक महीने का ब्याज दर 0.592% होगी।
पीपीएफ स्कीम में ब्याज की सालाना कंपाउंडिंग होती है। मतलब पूरा ब्याज साल के आखिर में अकाउंट में जोड़ा जाता है। कैलकुलेशन का ये तरीका पोस्ट ऑफिस और SBI दोनों जगह लागू है।
ये स्कीम फाइनेंशियल ईयर को फॉलो करती है। इसलिए इसके साल का अंत 31 मार्च को होता है। उसी दिन पूरे साल का ब्याज अकाउंट में जमा कर दिया जाता है। उसके बाद एक अप्रैल से उस ब्याज पर भी ब्याज मिलने लगता है।
फाइनेंशियल ईयर के अंत में ब्याज मिलने की वजह से इसकी मैच्योरिटी की डेट भी हमेशा 31 मार्च ही होती है।
पीपीएफ के ब्याज दर की तुलना | Comparing with Other Investments
सरकार के अपने बनाए फॉर्मूले से फिलहाल पीपीएफ की ब्याज दर 7.4% रहनी चाहिए। सरकार ने ही एक फॉर्मूला बनाया था कि पीपीएफ की ब्याज दर दस साल के सरकारी बॉन्ड के यील्ड से 0.25% ज्यादा होगी। चूंकि पिछले तीन महीने में औसत यील्ड 7.17% है इसलिए पीपीएफ की ब्याज दर कम सेकम 7.4% होनी चाहिए।
सिर्फ पीपीएफ की ब्याज दरों के साथ ये नाइंसाफी दिख रही है। जबकि सितंबर 2022 से लेकर मार्च 2024 तक बाकी सभी सेविंग स्कीम की ब्याज दर बढ़ा दी गई है।
s. n. | Scheme | Rate On Sep 22 | Rate On Jan 23 |
---|---|---|---|
1 | PPF | 7.1% | 7.1% |
2 | NSC | 6.8% | 7.7% |
3 | Sukanya | 7.6% | 8.2% |
4 | SCSS | 7.4% | 8.2% |
5 | KVP | 6.9% | 7.5% |
6 | MIS | 6.6% | 7.4% |
7 | RD | 5.8% | 6.7% |
8 | 5-Yr TD | 6.7% | 7.5% |
9 | 3-Yr TD | 5.5% | 7.1% |
10 | 2-Yr TD | 5.5% | 7.0% |
11 | 1-Yr TD | 5.5% | 6.9% |
पीपीएफ की ब्याज दरें भले ही नहीं बढ़ी हैं लेकिन अभी भी ये बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट से थोड़ा बेहतर हैं। हमने तीन बड़े सरकारी और तीन बड़े प्राइवेट बैंकों के 5 साल के एफडी से जब इसका कंपेरिजन किया तो पीपीएफ थोड़ा बेहतर ही दिखा।
PPF Scheme | SBI, PNB, BoB | ICICI, HDFC, Axis |
---|---|---|
15-Year | 5-Year FD | 5-Year FD |
7.1% | 6.5% | 7.0% |
PPF से ज्यादा कैसे कमाएं | Strategies to Maximize Returns
पीपीएफ अकाउंट चाहे जहां खुलवाएं आपको एक ही ब्याज दर मिलेगी। ये ब्याज दर सबके लिए एक होती है फिर चाहे जब अकाउंट खुलवाएं।
लेकिन इसके बावजूद कुछ लोग एक खास रणनीति की वजह से ज्यादा ब्याज कमा लेते हैं। जबकि कुछ लोगों को थोड़ा कम ब्याज मिलता है।
दरअसल अगर आप पीपीएफ अकाउंट में पैसा जमा करते समय तारीख का ख्याल रखेंगे तो ज्यादा ब्याज मिल जाएगा।
इस अकाउंट में जब आप किसी महीने की 5 तारीख के बाद पैसा जमा करते हैं तो उस नए डिपॉजिट पर इन्ट्रेस्ट अगले महीने से मिलता है।
जबकि अगर आपने 5 तारीख तक पैसा जमा कर दिया तो उस नए डिपॉजिट पर उसी महीने से ब्याज मिलने लगता है।
अगर आप हर महीने 12,500 रुपए पीपीएफ अकाउंट में डालते हैं तो 7.1% की दर से 15 साल बाद आपके अकाउंट में बैलेंस किस तरह अलग-अलग होगा इसे आप नीचे टेबल में देख सकते हैं। अगर आप हमेशा पांच तारीख तक पैसे जमा कर देते हैं तो आपको 22,475 रुपए की एक्स्ट्रा इनकम हो जाएगी।
दोस्तों, हमने एक आर्टिकल लिखा है जिसमें बताया है कि अगर पीपीएफ अकाउंट में 20 साल तक पैसे जमा करेंगे तो मैच्योरिटी पर कितना पैसा मिलेगा। आप इसे भी चेक कर सकते हैं इसमें कैलकुलेटर भी है।
पीपीएफ के ब्याज पर टैक्स
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड को सरकार कई तरह से टैक्स में छूट देती है। इसी वजह से ये स्कीम आज भी फायदेमंद है।
- इस स्कीम में हर साल जो ब्याज मिलता है उस पर कोई टैक्स नहीं लगता है। जबकि दूसरी तमाम स्कीम जैसे एफडी, NSC वगैरह के सालाना ब्याज पर टैक्स लगता है।
- पीपीएफ की मैच्योरिटी के वक्त जो पूरा इन्ट्रेस्ट मिलता है वो भी टैक्स फ्री होता है। मैच्योरिटी अमाउंट चाहे कितनी भी बड़ी हो आपको उसके ऊपर टैक्स की चिंता नहीं करनी है।
- यहां तक कि पीपीएफ में आप जो पैसा लगाते हैं उसके बदले भी टैक्स छूट मिल जाती है। इसमें इन्वेस्टमेंट करने पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है।
पीपीएफ में इस तरह से हर तरफ से टैक्स बेनेफिट मिल जाता है। इसलिए अगर आप टैक्स प्लानिंग की सोच रहे हैं तो इस स्कीम में इन्वेस्टमेंट एक अच्छा विकल्प हो सकता है। वैसे इसके अलावा भी कई टैक्स सेविंग इन्वेस्टमेंट भी हैं।
पीपीएफ अकाउंट से फायदे | Benefits of a PPF Account
इस स्कीम से अभी भी कई तरह के फायदे मिलते हैं। आइए उन पर एक नजर डाल लेते हैं।
- हमने इस लेख में ऊपर ही बात कर ली है कि पीपीएफ अकाउंट में अच्छा इन्ट्रेस्ट रेट मिलता है। हालांकि पिछले कुछ महीनों से इसकी ब्याज दर अच्छी नहीं रही है लेकिन अभी इतनी बुरी नहीं हुई है कि इसमें इन्वेस्टमेंट ना किया जाए।
- इस स्कीम से अच्छी टैक्स सेविंग हो जाती है। इस स्कीम को EEE टैक्स बेनेफिट मिलता है। जब पैसा लगाते हैं तब टैक्स में छूट मिलती है। हर साल की ब्याज टैक्स फ्री होती है और मैच्योरिटी अमाउंट पर भी कोई टैक्स नहीं लगता है
- ये एक सरकारी स्कीम है इसलिए बहुत भरोसेमंद मानी जाती है। सरकार की गारंटी होने की वजह से पैसा डूबने का कोई चांस नहीं होता है।
- स्कीम में किसी तरह का सख्त बंधन नहीं है। अगर आप साल भर में 500 रुपए भी जमा करेंगे तो स्कीम चलती रहेगी। यहां आप साल भर में 1.5 लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं।
- इस स्कीम से आप जरूरत पड़ने पर पैसा निकाल भी सकते हैं। यहां तक कि एमरजेंसी में अकाउंट बंद करने की सुविधा भी होती है। इस अकाउंट से लोन की भी सुविधा होती है
- पीपीएफ अकाउंट को आप पूरी जिंदगी कायम रख सकते हैं। 15 साल में स्कीम मैच्योर जरूर होती है लेकिन आप उसे 5-5 साल के लिए आगे बढ़ाते रह सकते हैं।
क्या आगे ब्याज दर बढ़ेगी | What about Future
पीपीएफ की ब्याज दर पिछले डेढ़ साल में बिल्कुल नहीं बढ़ी जबकि इसी दौरान तमाम स्कीमों की दरें बढ़ गई हैं। इसकी वजह से बहुत से लोगों को निराशा हुई है।
दरअसल इस स्कीम में लोगों का बहुत पैसा जमा है और वो उसे तुरंत निकाल नहीं सकते हैं। फिर भी अगर इसकी ब्याज दरों से ऐसे ही सौतेला व्यवहार होता रहा तो लोग आगे इसमें पैसा डालने से हिचकेंगे।
लेकिन क्या अभी उम्मीद नहीं छोड़ना चाहिए? दोस्तों 30 जून 2024 को पता चल जाएगा कि सरकार पीपीएफ स्कीम को लेकर क्या सोचती है।
अप्रैल -मई में लोकसभा के चुनाव है । उसके बाद ही पीपीएफ के रेट में बढोतरी मुमकिन है। ऐसा होता है तो बहुत बढ़िया होगा। लेकिन अगर उस समय भी पीपीएफ की दरें नहीं बढ़ती हैं तो फिर हमें टैक्स सेविंग के दूसरे ऑप्शन के बारे में भी विचार करना होगा।
दोस्तों हमें उम्मीद है कि इस लेख से आपको पीपीएफ स्कीम की ब्याज दरों के बारे में सब कुछ पता चल गया है। लेकिन अगर अभी भी आपके मन में कुछ सवाल हैं तो उसे कमेंट में जरूर पूछिए और हां इस लेख को सोशल मीडिया में जरूर शेयर कीजिए। लिंक नीचे हैं।