पीपीएफ अकाउंट में आप रेगुलर पैसा जमा करके अच्छा-खासा बैलेंस बना सकते हैं। वैसे तो आप इस स्कीम में हर महीने 1000, 2000, 3000 या 5000 जमा कर सकते हैं। लेकिन मैक्सिमम लिमिट यानी 12,500 रुपए हर महीने जमा करने पर आपको सबसे ज्यादा फायदा होगा। बस आपको ये ख्याल रखना है कि रेगुलर डिपॉजिट करें। तो आइए देखते हैं PPF स्कीम में कितना पैसा जमा करने पर कितना मिलेगा।
पीपीएफ में हर महीने ₹2,000 जमा करने पर कितना मिलेगा (PPF- ₹2,000/month deposit)

पीपीएफ अकाउंट में अगर आप हर महीने 2000 रुपए भी जमा करते हैं तो एक करोड़ रुपए जमा कर सकते हैं। ये रकम 7.1% interest rate को ध्यान में रखकर कैलकुलेट की गई है।
ये कैलकुलेशन 50 साल के डिपॉजिट के लिए है। इस पूरी अवधि में आप कुल 12 लाख रुपए ही जमा करेंगे। और इसके बदले आपको मिलेंगे 1 करोड़ 4 लाख 84 हजार रुपए ।
अगर महंगाई ज्यादा तेजी से बढ़ी और उसी हिसाब से ब्याज दरें भी बढ़ीं तो और बड़ी रकम जमा हो जाएगी।
पीपीएफ अकाउंट में ₹3,000/ माह डिपॉजिट पर कितना मिलेगा (PPF- ₹3,000/month deposit)

पीपीएफ अकाउंट में आप रेगुलर डिपॉजिट को जितना बढ़ाते जाएंगे उतना ज्यादा पैसा इकट्ठा हो जाएगा।
हर महीने 3000 जमा करने पर आपके खाते में 1.57 करोड़ रुपए तक जमा हो जाएंगे। इतना पैसा तभी जमा होगा जब आप लगातार 50 साल तक जमा करेंगे और पीपीएफ की ब्याज दर 7.1% रही तो।
अगर आगे चलकर ब्याज दर बढ़ी, जिसकी संभावना है, तो और ज्यादा पैसे जमा हो जाएंगे। जैसे अगर ब्याज दर 8% रहती है तो 2 करोड़ 16 लाख रुपए का बैलेंस हो जाएगा।
हर महीने 5000 जमा करने पर पीपीएफ अकाउंट बैलेंस ((PPF- ₹5,000/month deposit))

दोस्तों, ज्यादातर लोग जानना चाहते हैं कि अगर PPF अकाउंट में हर महीने 5000 रुपए जमा करेंगे तो 20 साल में कितना पैसा हो जाएगा। तो इसका जवाब है कि ऐसे में आपको खाते में करीब 26 लाख रुपए हो जाएंगे।
वहीं अगर आप पीपीएफ अकाउंट में हर महीने ₹5000 अगले 50 साल तक जमा करते हैं तो 7.1% इन्ट्रेस्ट रेट के हिसाब से 2.62 करोड़ रुपए का बैलेंस हो जाएगा।
हर महीने 10,000 जमा करने पर कितना पैसा मिलेगा (PPF- ₹10,000/month deposit)

PPF में आप जितना मंथली डिपॉजिट बढ़ाएंगे उसी हिसाब से आपका फाइनल बैलेंस भी बढ़ जाएगा। जैसे अगर आप 10 हजार रुपए महीने जमा करेंगे तो 20 साल में आपके खाते में ₹51.65 लाख रुपए इकट्ठा हो जाएंगे। इतना पैसा 7.1% के इन्ट्रेस्ट रेट पर कैलकुलेशन के बाद आया है। अगर रेट बढ़ा तो रकम और बड़ी होगी।
10 हजार रुपए महीने जमा करके आप 50 साल में 5.24 करोड़ रुपए की बहुत बड़ी रकम इकट्ठा कर सकते हैं।
PPF में अधिकतम पैसा जमा करने पर कितना बैलेंस होगा (PPF- ₹12,500/month deposit)

पीपीएफ में आप हर साल ज्यादा से ज्यादा 1.5 लाख रुपए ही जमा कर सकते हैं। इस हिसाब से मंथली मैक्सिमस डिपॉजिट ₹12,500 तक ही हो सकता है। और अगर आप हर महीने ₹12,500 जमा करेंगे तो 25 साल में करीब एक करोड़ रुपए का बैलेंस तैयार हो जाएगा। और 50 साल में तो ये पैसा बढ़कर 6.55 करोड़ रुपए हो जाएगा।
पीपीएफ कैलकुलेटर 2024 – अपनी मर्जी का अमाउंट और अवधि
ऊपर हमने आपको कुछ पापुलर मंथली डिपॉजिट का कैलकुलेटर दिया था। इसके अलावा हमने आपको चार्ज के जरिए भी दिखाया था कि डिपॉजिट की अवधि बढ़ने के साथ कैसे पैसा बढ़ता जाएगा।
नीचे हमने एक कैलकुलेटर दिया है जिसके जरिए आप अपनी मर्जी की रकम डालकर पता कर सकते हैं कि PPF अकाउंट में पैसा कितना बढ़ जाएगा।
इसमें आप डिपॉजिट अमाउंट के साथ-साथ ब्याज दर और अवधि अपने हिसाब से चेंज कर सकते हैं। कैलकुलेटर आपको बिल्कुल सटीक मैच्योरिटी अमाउंट बता देगा।
बस दोस्तों इस बात का ख्याल रखिएगा कि पीपीएफ का इन्ट्रेस्ट रेट फिक्स नहीं होता है। आगे इसका रेट बढ़ या घट सकता है। ऐसे में आपके पीपीएफ खाते का मैच्योरिटी अमाउंट कुछ अलग हो जाएगा।
कैलकुलेटर का इस्तेमाल कैसे करें? (How to Use PPF Calculator)
- जमा की रकम: आपको वह रकम डालनी है, जोकि आप हर महीने या हर साल जमा कर सकते हैं।
- ब्याज दर: मौजूदा ब्याज दर 7.1% निर्धारित है।
- जमा अवधि: अवधि के लिए हमने 15 साल पहले से सेट कर रखे हैं। अगर आप उससे ज्यादा टाइम तक अकाउंट जारी रखना चाहते हैं तो 20,25,30,35 या 40 भी डाल सकते हैं।
जैसे ही आप इन चीजों को डाल देते हैं, नीचे वह रकम पता चल जाती है, जोकि खाता की अवधि पूरी होने पर आपको वापस मिलेगी। उसमें कितना हिस्सा जमा का होगा और कितना हिस्सा ब्याज का होगा, यह भी पता चल जाएगा।
आप पाई चार्ट के जरिए ये भी देख सकते हैं कि मैच्योरिटी अमाउंट में मूल रकम और ब्याज का हिस्सा कितना होगा।
पीपीएफ अकाउंट के बारे में जरूरी जानकारियां (Important FAQ about PPF Scheme)
पीपीएफ अकाउंट की विशेषताओं और नियमों को हमने नीचे कुछ प्रश्नों के उत्तर के रूप में पेश किया है?
अकाउंट कहां खुलता है और कितने साल का होता है?
आप बैंक या पोस्ट ऑफिस में पीपीएफ अकाउंट खुलवा सकते हैं। सभी सरकारी बैंकों और कुछ बड़े प्राइवेट बैंकों में भी पीपीएफ अकाउंट खुलवाने की सुविधा उपलब्ध होती है। यह अकाउंट 15 साल का होता है। इस अवधि में आप अपनी सुविधानुसार थोड़ा-थोड़ा करके पैसा जमा कर सकते हैं।
हर साल कितना पैसा जमा करना पड़ता है?
अकाउंट खुलवाने के लिए, कम से कम 500 रुपए जमा करना आवश्यक है। ज्यादा से ज्यादा 1.50 लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं। किसी साल 500 रुपए से कम जमा होने पर अकाउंट बंद हो जाता है। उसे दोबारा चालू कराने के लिए 50 रुपए प्रतिवर्ष के हिसाब से पेनाल्टी जमा करनी पड़ती है और बकाया न्यूनतम राशि (Minimum deposit) भी जमा करना पड़ता है।
ब्याज कितनी मिलती है? कौन तय करता है?
पीपीएफ अकाउंट पर फिलहाल 7.1% सालाना के हिसाब से ब्याज मिलती है। भारत सरकार हर तिमाही (quarter) के पहले पीपीएफ अकाउंट की नई ब्याज दरों की घोषणा करती है। इसके पहले अप्रैल-जून 2020 की तिमाही के लिए 7.1% ब्याज दर की घोषणा की गई थी, जो अभी तक लागू है।
टैक्स छूट कितनी मिलती है?
- जमा पर टैक्स छूट: पीपीएफ अकाउंट की जमा पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत, टैक्स छूट मिलती है। इसके अनुसार, सेक्शन 80 सी के तहत आने वाली सभी निवेशों और खर्चों पर हर साल 1.50 लाख रुपए तक की जमा पर टैक्स छूट ले सकते हैं।
- ब्याज और मेच्योरिटी पर टैक्स छूट: पीपीएफ अकाउंट की ब्याज, पर भी कोई टैक्स नहीं देना पड़ता। पीपीएफ अकाउंट की मेच्योरिटी पर मिलने वाली रकम भी पूरी तरह टैक्स मुक्त होती है।
अकाउंट कौन खोल सकता है?
- कोई भी भारतीय नागरिक, पीपीएफ अकाउंट खुलवा सकता है। विदेशी नागरिक या NRI का दर्जा हासिल कर चुके भारतीयों को भी पीपीएफ अकाउंट खुलवाने की अनुमति नही है। लेकिन, पहले से अकाउंट खुला होने पर, उसकी मेच्योरिटी अवधि तक चालू रखा जा सकता है।
- एक व्यक्ति के नाम सिर्फ एक पीपीएफ अकाउंट खोला जा सकता है। अगर आपका पहले से कहीं भी पीपीएफ अकाउंट खुला हुआ है तो किसी दूसरे बैंक या पोस्ट ऑफिस में भी दूसरा पीपीएफ अकाउंट नहीं खुलवाया जा सकता।
क्या बच्चों का पीपीएफ अकाउंट भी खोल सकते हैं?
जी हां! 18 वर्ष से कम उम्र के व्यक्ति के लिए या बच्चों के लिए भी उनके अभिभावक की ओर से पीपीएफ अकाउंट खुलवाया जा सकता है। ऐसे अकाउंटधारक के वयस्क होने तक खाता संचालन का अधिकार उसके अभिभावक के पास रहता है। 18 वर्ष की उम्र पूरी हो जाने पर, अकाउंट उसके नाम हो जाता है। तब फिर वह स्वतंत्र रूप से अकाउंट संचालन करने का अधिकारी हो जाता है और टैक्स छूट के लिए भी अपनी जमा को शामिल कर सकता है।
एक अन्य लेख में हमने यह भी बताया है कि बच्चों के लिए पीपीएफ अकाउंट कैसे खोलें? साथ ही यह भी बताया है कि बच्चों के लिए पीपीएफ अकाउंट खोलने के क्या फायदे हैं।
क्या साझा पीपीएफ खाता खोल सकते हैं?
नहीं, पीपीएफ अकाउंट को संयुक्त खाता (Joint account) के रूप में नहीं खुलवाया जा सकता। यहां तक कि HUF (Hindu Undivided Family) के लिए भी यह अकाउंट नहीं खोला जा सकता। किसी एक व्यक्ति के नाम भी दूसरा अकाउंट नहीं खुलवाया जा सकता। सिर्फ आप अपने बच्चे के नाम पीपीएफ अकाउंट में अभिभावक के रूप में शामिल हो सकते हैं।
क्या पीपीएफ खाते की अवधि बढ़वाई जा सकती है?
जी हां! 15 साल की मेच्योरिटी के बाद आपको पूरा पैसा मिल जाता है। लेकिन, अगर उस समय आपको पैसों की जरूरत नहीं है तो फिर पीपीएफ अकाउंट को अगले 5 साल के लिए आगे भी बढ़वा सकते हैं। इसे पीपीएफ खाता-विस्तार (PPF Extension) कहा जाता है।
एक बार खाता-विस्तार की अवधि पूरी होने के बाद फिर से, अगले 5 साल के लिए, खाता-विस्तार करा सकते हैं। इस तरह आप जितनी बार चाहें, उतनी बार 5-5 साल के लिए खाता-विस्तार करा सकते हैं।
क्या बीच में पैसा निकाला जा सकता है?
- हां! जिस वित्तीय वर्ष के दौरान, आपका अकाउंट खुला है, वहां से दूसरे वित्तवर्ष से पीपीएफ अकाउंट से लोन लेने की सुविधा शुरू हो जाती है। पीपीएफ लोन कितना मिलेगा और कैसे भुगतान करना होगा
- पीपीएफ अकाउंट के 5 साल पूरे होने के बाद, इससे आंशिक निकासी (Partialy withdrawal) की सुविधा शुरू हो जाती है। आप अपने पीपीएफ बैलेंस का 50% तक आंशिक निकासी कर सकते हैं।
क्या पीपीएफ अकाउंट बीच में बंद कर सकते हैं?
अकाउंट खुलने के 5 पूर्ण वित्त वर्ष पूरे होने के बाद, कुछ विशेष परिस्थितियों में पीपीएफ अकाउंट बंद करने की अनुमति होती है। ये विशेष परिस्थितियां निम्नलिखित में से कोई भी हो सकती है-
- PPF खाताधारक को या उसके पति-पत्नी या बच्चों को गंभीर बीमारी होने पर
- खुद को या अपने बच्चों को उच्च शिक्षा (higher education) दिलाने के लिए
- मेच्योरिटी के पहले, बीच में किसी दूसरे देश की नागरिकता ले लेने पर
खाताधारक की, बीच में मृत्यु हो जाने पर पैसा किसे मिलता है?
पीपीएफ अकाउंट धारक की अकाउंट अवधि के बीच में मृत्यु हो जाने पर उसके अकाउंट में जिसी व्यक्ति का नाम दर्ज नोमिनी के रूप में दर्ज होता है, उसको पैसा मिल जाता है। नोमिनी का नाम खाता खोलते समय दर्ज कराया जा सकता है। बाद में कभी जरूरत पड़ने पर नोमिनी का नाम बदलवाया भी जा सकता है।
तो दोस्तों ये थी पीपीएफ खाता कैलकुलेटर और इसकी मदद से पीपीएफ की मैच्योरिटी और ब्याज की गणना करने के बारे में जानकारी। पीपीएफ का अकाउंट डायरेक्ट पोस्ट ऑफिस या बैंक की ब्रांच में जाकर भी खोल सकते हैं और ऑनलाइन भी खोल सकते हैं। हमने एक अलग लेख में हमने ऑनलाइन एसबीआई पीपीएफ अकाउंट खोलने का तरीका भी बताया है।
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