पोस्ट ऑफिस में कई तरह की सेविंग स्कीम चलती हैं। हर जरूरत के लिए यहां पर स्कीम मिल जाएगी। इसी को देखते हुए हमारे बहुत से पाठक जानना चाहते थे कि पोस्ट ऑफिस में बेस्ट चाइल्ड प्लान क्या है।
तो दोस्तों पोस्ट ऑफिस में चाइल्ड प्लान के नाम से कोई स्कीम नहीं है। लेकिन ऐसी कुछ बेहतरीन स्कीम हैं जिसे आप बखूबी चाइल्ड प्लान के तौर पर यूज कर सकते हैं। आइए समझते हैं ऐसी कौन-कौन सी स्कीम हैं। लेकिन उससे पहले बात करते हैं कि एक चाइल्ड प्लान में क्या-क्या होना चाहिए।
पोस्ट ऑफिस चाइल्ड प्लान क्या है?
जब हम चाइल्ड प्लान की बात करते हैं तो हमारे दिमाग हमें बच्चे की पढ़ाई और शादी होती है। यानी ऐसी कोई स्कीम चाहते हैं जिसमें रेगुलर जमा करने का ऑप्शन होता हो और 15-20 साल में जिसका पैसा वापस मिल जाएगा। तो पोस्ट ऑफिस में ऐसी ही दो स्कीम हैं। और उनसे टैक्स भी बचता है।
- सुकन्या समृद्धि योजना (सिर्फ लड़कियों के लिए)
- पीपीएफ अकाउंट स्कीम (लड़का या लड़की,किसी के लिए भी)
इन दोनों स्कीमों में आप थोड़ा-थोड़ा पैसा जमा करके, 15-20 साल बाद, अपनी संतान के लिए एक बड़ी रकम प्राप्त कर सकते हैं। अब हम इन दोनो स्कीमों के बारे में मुख्य नियमों और शर्तों के बारे में बताते हैं-
बेटी के लिए सुकन्या समृद्धि योजना का अकाउंट
पोस्ट ऑफिस चाइल्ड प्लान के रूप में जो स्कीम सबसे ज्यादा लोकप्रिय (Popular) है, वह है सुकन्या समृद्धि योजना।
- 10 साल से कम उम्र की लड़कियों के लिए, उनके माता-पिता की ओर से सुकन्या समृद्धि अकाउंट खुलवाया जा सकता है।
- लड़की के जन्म लेने के बाद से 10 वां जन्मदिन आने तक कभी भी इस इस अकाउंट को खुलवा सकते हैं।
- कानूनी रूप से गोद ली गई लड़की के लिए भी उसके अभिभावकों (Legal guardian) की ओर से अकाउंट खुलवाया जा सकता है।
- खाता सिर्फ भारतीय नागरिक ही खुलवा सकते हैं। विदेशी नागरिक इस अकाउंट को नहीं खुलवा सकते।
इस योजना में पैसा जमा करने और निकालने संबंधी नियम इस प्रकार हैं-
1. पैसा कितना जमा करना पड़ता है?
कम से कम 250 रुपए जमा करके आप अपनी बेटी के लिए सुकन्या समृद्धि अकाउंट खुलवा सकते हैं। अगर आप अकाउंट खोलते समय, ज्यादा पैसा जमा करना चाहते हैं तो 1.50 लाख रुपए तक भी जमा कर सकते हैं। इसके बाद हर साल कम से कम 250 रुपए से लेकर अधिकतम 1.50 लाख रुपए तक जमा किए जा सकते हैं।
- अगर किसी साल आप न्यूनतम 250 रुपए जमा नहीं करते हैं तो आपका अकाउंट बंद हो जाएगा। उसे दोबारा चालू कराने के लिए 50 रुपए पेनाल्टी जमा करनी होगी और बकाया न्यूनतम जमा भी पूरी करनी होगी।
- आप साल के दौरान कभी भी और कितनी बार पैसा जमा कर सकते हैं, बस यह ध्यान रखना है कि एक वित्तीय वर्ष के दौरान 1.50 लाख रुपए से अधिक जमा नहीं होगा।
2. कब तक पैसा जमा करना पड़ता है?
अकाउंट खुलने की तारीख से लेकर, अगले 15 वर्षों तक आप अपनी बेटी के सुकन्या समृद्धि अकाउंट में पैसे जमा करना होता है। इसके बाद अगले 6 साल तक यानी कि अकाउंट के 21 वें साल तक कोई पैसा जमा नहीं होगा। हालांकि आपकी जमा पर ब्याज जुड़ती रहती है।
3. ब्याज कितना मिलता है?
सुकन्या समृद्धि योजना पर, सरकार फिलहाल 8.0% ब्याज दे रही है। भारत सरकार हर तिमाही (Quarter) के पहले इसकी नई ब्याज दर घोषित करती है। जिस महीने जो ब्याज दर रहेगी, वह आपके अकाउंट के बैलेंस पर जुड़ती रहती है।
साल भर की जो ब्याज बनती है, वह वित्त वर्ष के अंत में, आपके अकाउंट में शामिल कर दी जाती है। सुकन्या समृद्धि कैलकुलेटर से आप चेक कर सकते हैं कि हर महीने कितना पैसा जमा करने से आपको मैच्योरिटी पर कितना पैसा मिल सकता है।
4. पैसा वापस कब मिलता है?
- अकाउंट के 21 साल पूरे होने पर आपका अकाउंट मेच्योर हो जाती है। तब आपकी कुल जमा और कुल ब्याज को मिलाकर, पूरी रकम वापस मिल जाती है।
- लड़की की उम्र 18 साल पूरी होने के बाद, उसकी शादी होने पर भी, अकाउंट बंद करके पूरा पैसा निकाला जा सकता है
5. पैसा वापस किसे मिलेगा
सुकन्या समृद्धि स्कीम का पैसा लड़की को ही मिलता है। फिर चाहे मैच्योरिटी पर पैसा मिले या फिर उससे पहले शादी और पढ़ाई के लिए निकाला जाएगा।
लड़की को पैसा इसलिए मिलता है, क्योंकि ये अकाउंट ही उसके नाम पर खुलता है और अगर वो 18 साल की हो गई है तो अकाउंट पर उसी का अधिकार होगा।
6. क्या बीच में अकाउंट बंद किया जा सकता है?
खाता खुलने के 5 साल बाद, आप कुछ खास परिस्थितियों में अकाउंट बंद करके उसमें मौजूद पूरा बैलेंस निकाल सकते हैं। ये स्थितियां हैं-
- खाताधारक लड़की की मौत होने पर
- खाताधारक लड़की को गंभीर बीमारी होने पर
- लड़की के खाते से संबंधित अभिभावक की मौत होने पर
7. क्या जरूरत पड़ने पर, बीच में कुछ पैसे निकाले जा सकते हैं
हां, खाताधारक लड़की के कक्षा 10 पास करने के बाद, या उसकी उम्र 18 साल पूरी होने के बाद, उसके सुकन्या समृद्धि अकाउंट से आधा पैसा (50%) निकाला जा सकता है। पैसे निकालने के लिए आवेदन वाले वर्ष से पिछले वित्त वर्ष के अंत में मौजूद बैलेंस का 50% तक आपको मिल सकेगा।
8. टैक्स छूट कितनी मिलती है?
जमा पर टैक्स छूट: सुकन्या समृद्धि योजना में जमा किए गए पैसों पर सरकार, इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80 C के तहत टैक्स छूट देती है। सेक्शन 80 C, आपको इस नियम के तहत आने वाले निवेशों (Investments) और खर्चों (Expenditures) पर हर साल 1.50 लाख रुपयों के खर्च पर टैक्स छूट लेने का अधिकार देता है। सेक्शन 80 C के अंतर्गत मिलने वाली टैक्स छूट के बारे में विस्तार से जानकारी हमने अलग लेख में दी है।
ब्याज और मेच्योरिटी पर टैक्स छूट: सुकन्या समृद्ध योजना अकाउंट में जमा पैसों पर मिलने वाली ब्याज टैक्स फ्री होती है। इस अकाउंट की मेच्योरिटी के बाद मिलने वाली पूरी रकम भी टैक्स फ्री होती है।
अगर आप बेटी के गहनों के लिए पैसे इकट्ठा करना चाहते हैं तो गोल्ड बॉन्ड अच्छा ऑप्शन हो सकता है। अभी से गोल्ड खरीदने के बजाय गोल्ड बॉन्ड लेने से ज्यादा फायदा होगा।
बेटे के लिए पीपीएफ अकाउंट
पोस्टऑफिस के पीपीएफ अकाउंट में भी आपको थोड़ा-थोड़ा पैसे जमा करके 15 साल बाद एकमुश्त रकम वापस प्राप्त करने की सुविधा मिलती है। वैसे तो पीपीएफ अकाउंट किसी भी उम्र के लड़के, लड़की, महिला या पुरुष के लिए खुलवाया जा सकता है। लेकिन, हम यहां पर बच्चों के लिए पीपीएफ अकाउंट खुलवाने के बारे में नियमों पर फोकस करेंगे।
बच्चे के नाम जो पीपीएफ अकाउंट खुलेगा, वह उसके माता-पिता या अभिभावक के नाम अकाउंट खुलेगा। बच्चे की उम्र 18 साल पूरी होने पर, वह अकाउंट उसी के नाम हो जाएगा।
इस अकाउंट को खोलने, पैसे जमा करने और निकालने के मुख्य नियम और शर्तें इस प्रकार हैं-
1. पैसा कितना जमा करना पड़ेगा?
कम से कम 500 रुपए जमा करके आप पोस्ट ऑफिस में पीपीएफ अकाउंट खुलवा सकते हैं। इससे अधिक जमा करना चाहें तो कर सकते हैं, बस इस बात का ध्यान रखना पड़ेगा कि किसी एक वित्तीय वर्ष में 1.50 लाख रुपए से ज्यादा जमा नहीं किए जा सकते।
अकाउंट खुलने के बाद, आगे भी हर साल, कम से कम 500 रुपए जमा करना अनिवार्य है। अगर आप किसी साल 500 रुपए जमा नहीं कर पाते हैं तो अकाउंट बंद हो जाएगा। उसे दोबारा चालू कराने के लिए आपको 50 रुपए पेनाल्टी जमा करनी होगी। साथ ही, पिछली न्यूनतम जमा वाला बकाया भी जमा करना पड़ेगा।
2. पैसा कब तक जमा करना पड़ेगा?
पीपीएफ अकाउंट 15 साल का होता है, यानी कि आपको 15 साल तक पैसा जमा करना पड़ेगा। साल में किसी भी महीने या किसी भी दिन, आप पैसे जमा कर सकते हैं। बस यह ध्यान में रखना होगा कि किसी भी वित्त वर्ष के दौरान, आप 1.50 लाख रुपए से अधिक जमा नहीं कर सकते।
3. पीपीएफ पर ब्याज कितना मिलता है?
पीपीएफ अकाउंट पर, सरकार फिलहाल 7.1 % सालाना के हिसाब से ब्याज देती है। लेकिन, सरकार हर तिमाही के पहले इस अकाउंट की नई ब्याज दर घोषित करती है। जिस समय जितनी ब्याज दर निर्धारित होगी, उस समय आपके बैलेंस पर उतनी ब्याज जुड़ेगी। हालांकि सामान्यतया पीपीएफ अकाउंट की ब्याज 7% से ज्यादा ही रहती है।
4. पैसा वापस कब मिलता है?
15 साल की अवधि पूरी होने पर पीपीएफ अकाउंट मेच्योर हो जाता है। तब आप इसे बंद करके पूरा पैसा (कुल जमा-कुल ब्याज सहित) निकाल सकते हैं।
लेकिन, अगर उस समय आपको पैसों की जरूरत नहीं हो तो, अगले 5 साल के लिए अकाउंट का Extension (खाता-विस्तार) भी करा सकते हैं। ये सुविधा आप, आगे कोई पैसा जमा किए बिना (Extension without further deposits) भी ले सकते हैं।
लेकिन, अगर आप आगे पैसे जमा करते रहना चाहते हैं तो With further Deposit Extension का विकल्प भी चुन सकते हैं। इस सुविधा को अपनाकर आप अगले 5 साल तक बिना कोई पैसे जमा किए भी, अकाउंट को चालू रख सकते हैं।
5.क्या बीच में अकाउंट बंद भी कर सकते हैं?
अकाउंट खुलने वाले वर्ष से 5 साल बाद, कुछ विशेष परिस्थितियों में, पीपीएफ अकाउंट बीच में भी बंद कराया जा सकता है। ये हैं-
- खाताधारक बच्चे की मृ्त्यु हो जाने पर
- खाताधारक बच्चे को गंभीर बीमारी हो जाने पर, बड़े होने पर उसकी पति या पत्नी या बच्चों को गंभीर बीमारी हो जाने पर
- खाताधारक बच्चे की उच्च शिक्षा (higher education) के लिए। बड़े होने पर उसके बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए भी अकाउंट बंद करा सकते हैं।
- बच्चे के किसी दूसरे देश की नागरिकता ले लेने पर
6. क्या बीच में कुछ हिस्सा निकाल सकते हैं?
अकाउंट खुलने के साल के 5 साल बाद, कोई जरूरत पड़ने पर, आप अपने पीपीएफ अकाउंट में से कुछ हिस्सा निकाल भी सकते हैं। जिस साल आप पैसा निकालना चाहते हैं, उससे तीन साल पहले मौजूद रहे बैलेंस का 50% तक निकाला जा सकता है।
अकाउंट खुलने के साल के बाद एक वित्तवर्ष पूरा होने के बाद, आप अपने अकाउंट से लोन भी ले सकते हैं। यह लोन आपको उस साल से एक और साल पीछे मौजूद रहे बैलेंस के 25% तक मिल सकता है।
7. जमा, ब्याज और मेच्योरिटी पर टैक्स छूट
जमा पर टैक्स छूट: पीपीएफ अकाउंट में जो पैसा आप जमा करते हैं, उन पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80 C के तहत टैक्स छूट मिलती है। इसकी मदद से आप हर साल 1.50 लाख रुपयों के खर्च पर टैक्स छूट ले सकते हैं।
ब्याज और मेच्योरिटी पर टैक्स छूट: सुकन्या समृद्ध अकाउंट पर मिलने वाली ब्याज पूरी तरह टैक्स फ्री है। अकाउंट की मेच्योरिटी के बाद जो रकम आपको मिलती है, उसे भी सरकार ने टैक्स फ्री कर रखा है।
पोस्ट ऑफिस की इन दोनों योजनाओं में लंबे समय तक पैसा जमा करना पड़ता है। इसलिए ये योजनाएं तभी यूजफुल हैं जब आपके बच्चे बहुत बड़े ना हों। अगर आपको बच्चे बड़े हो गए हैं और आप कुछ दिनों के लिए पैसा जमा करना चाहते हैं तो आप पोस्ट ऑफिस में रिकरिंग डिपॉजिट खुलवा सकते हैं। और अगर आपके पास ठीकठाक पैसा है और आप ज्यादा ब्याज चाहते हैं तो पोस्ट ऑफिस फिक्स्ड डिपॉजिट भी आपके लिए अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
दोस्तों पोस्ट ऑफिस से आप अपने लिए पेंशन प्लान का भी इंतजाम कर सकते हैं। पोस्ट ऑफिस में सीनियर सिटिजन को ध्यान में रखकर भी स्कीम चलाई जाती हैं। इनसे आपको बुढ़ापे में रेगुलर पेंशन मिलता है।